बिहार के निबंधन कार्यालयों को रोज हो रहा 100 करोड़ का नुकसान, जानें वजह
बिहार के निबंधन कार्यालयों को पिछले 10 दिनों से रोज 100 करोड़ का हो रहा नुकसान। कारण सर्वर में गड़बड़। लिंक फेल होने की वजह से ऑनलाइन निबंधन नहीं हो पा रहा है।
पटना [चंद्रशेखर]। बिहार के राजस्व में जबर्दस्त घाटा हो रहा है। निबंधन कार्यालयों में लिंक फेल रहने से विभाग को रोज 100 करोड़ का नुकसान हो रहा है। लोगों को तो परेशानी हो रही है, निबंधन कार्यालयों के कर्मचारियों की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। यह स्थिति बिहार की राजधानी पटना समेत अन्य जिलों के निबंधन कार्यालयों में पिछले दस दिनों से है। गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही हाल है। कछुए की चाल से निबंधन हो रहा है। कर्मचारी ओवर टाइम काम कर किसी तरह कामों को निबटा रहे हैं।
लिंक फेल रहने के एक दिन में किसी तरह पांच-दस दस्तावेजों का निबंधन हो पाता है और शेष को अगले दिन के लिए बैकलॉग में छोड़ दिया जाता है। जबकि पूरे प्रदेश में रोज चार से पांच हजार दस्तावेजों के निबंधन किए जाते थे। लिंक में गड़बड़ी के कारण कर्मचारियों को अब सुबह जल्दी आना पड़ रहा और रात में दस बजे तक निबंधन कार्यालय में ही रहना पड़ रहा। बुधवार को हद हो गई, पूरे दिन सर्वर ठप रहा। इस कारण पटना सदर निबंधन कार्यालय के साथ दानापुर, पटना सिटी, बाढ़, मसौढ़ी एवं फुलवारीशरीफ कार्यालय में तो खाता भी नहीं खुल सका।
यह हालात केवल पटना के नहीं, बल्कि पूरे राज्य के निबंधन कार्यालयों की है। सर्वर ठप रहने से 95 परसेंट निबंधन कार्यालयों में दस्तावेज का निबंधन नहीं हो सका है। प्रतिदिन 100 करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है। निबंधन मुख्यालय के अधिकारियों की मानें तो मुख्य सर्वर पर काफी लोड है। राज्य में प्रतिदिन पांच हजार से अधिक दस्तावेजों का निबंधन किया जा रहा है। सर्वर पर इतना लोड देना, स्कूटर पर हाथी ढोने के समान है। जब तक सर्वर की शक्ति नहीं बढ़ाई जाएगी, तब तक लिंक फेल होने की समस्या से जूझना पड़ेगा।
इस बाबत निबंधन कार्य में जुटे डीडी राइटरों ने बताया कि पिछले दस दिनों से यही हाल है। पटना जैसे बड़े निबंधन कार्यालय में जहां प्रतिदिन 100 से अधिक दस्तावेजों का निबंधन होता है, वहां मुश्किल से 20 से 25 दस्तावेज निबंधित किए जा रहे हैं। बुधवार को खाता भी नहीं खुल सका।
बिहार दस्तावेज नवीस संघ के पूर्व महासचिव उदय सिन्हा ने बताया कि पटना जिले में जहां निबंधन कार्य ठप रहा, वहीं गया, जहानाबाद, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, छपरा, सिवान, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, बेतिया, मोतिहारी, बगहा, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, बेगूसराय, खगडिय़ा समेत तमाम जिलों के निबंधन कार्यालयों में भी लिंक फेल रहने के कारण कार्य बाधित रहा। दानापुर निबंधन कार्यालय में बुधवार को नौ नवंबर को दाखिल दस्तावेज का ही निबंधन होना था। बुधवार को एक भी नहीं होने से अब गुरुवार को भी नौ तारीख का ही निबंधन हो रहा है। खास बात कि अाज नया दस्तावेज लिया ही नहीं गया है।