राज्य के पॉलिटेक्निक कॉलेजों में नामांकन के लिए आरंभ हुआ रजिस्ट्रेशन
राज्य के सरकारी एवं गैर सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में नामांकन के लिए प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। सोमवार (18 जनवरी) से बीसीईसीईबी के वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन भी आरंभ हो गया है। 26 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन होगा । जानिए पूरी डिटेल ।
पटना, जागरण संवाददाता। राज्य के सरकारी एवं गैर सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में नामांकन के लिए प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। रविवार को इसके लिए सीट मैट्रिक्स जारी किया गया है। अब सोमवार से बीसीईसीईबी के बेवसाइट पर रजिस्ट्रेशन भी आरंभ हो गया। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीईबी) की ओर से रजिस्ट्रेशन पोर्टल आरंभ हो चुका है। 26 जनवरी तक यह रजिस्ट्रेशन होगा। इस बीच अभ्यर्थी अपना कॉलेज व विषयों के विकल्प को ऑनलाइन भरना है। अभ्यर्थी के भरे गए च्वाइस के अनुसार ही उनके कॉलेज व ब्रांच का आवंटन मेधा सूची के अनुसार होगा।
पर्षद के विशेष कार्य पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि रजिस्ट्रेशन सह च्वाइस फिलिंग व सीट एलॉटमेंट प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। 26 तक यह प्रक्रिया चलेगी। एक जनवरी को प्रोविजनल सीट एलॉटमेंट ऑर्डर जारी होगा। इसके बाद आठ फरवरी तक सीट एलॉटमेंट डाउनलोड करने के साथ साथ नामांकन प्रक्रिया भी चलेगी। अभ्यर्थी इसी दौरान अपना कागजात भी वेरीफिकेशन करा सकते है।
सिविल, मैकेनिकल की सबसे अधिक डिमांड
राज्य के सरकारी व निजी पॉलिटेक्निक कॉलेज में सिविल व मैकेनिकल ब्रांच की सबसे अधिक डिमांड है। इसके साथ-साथ कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल ट्रेड की भी मांग अधिक है। मेधा सूची में टॉप में आने वाले अभ्यर्थी सबसे अधिक इन ट्रेड पर अपनी च्वाइस को डालते है। पटना के कॉलेजों की सबसे अधिक प्राथमिकता
इसके बाद कॉलेज की चयन को भी प्राथमिकता देते है। इसमें सबसे पहले राजधानी के तीन कॉलेजों को प्राथमिकता सूची में रखते है। इसमें सबसे पहले पाटलिपुत्र स्थित नवीन राजकीय पालिटेक्निक पटना 13, गुलजार बाग स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक एवं महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज को प्राथमिकता में सबसे उपर रखा जा रहा है। इस वर्ष जहानाबाद पालिटेक्निक कॉलेज को भी प्राथमिकता सूची में टॉप फाइव में स्थान मिल रहा है। बताया जाता है कि जहानाबाद पालिटेक्निक का अपना भवन जहानाबाद में नहीं होने के कारण उसे पाटलिपुत्र स्थित नवीन पालिटेनिक्न कॉलेज से टैग किया गया है। इसके बाद मुजफ्फरपुर, फिर दरभंगा, मोतिहारी को प्राथमिकता दिया जा रहा है।