रविशंकर प्रसाद का आरोप, कहा - इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर के लिए राज्य सरकार नहीं दे रही जमीन
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर खुले, इसके लिए पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने जमीन देने का भरोसा दिया था लेकिन अब जमीन देने के नाम पर टालमटोल की जा रही है।
पटना। केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर खुले, इसके लिए पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने जमीन देने का भरोसा दिया था लेकिन अब जमीन देने के नाम पर टालमटोल की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा गया, बात भी की गई लेकिन, कोई सकारात्मक पहल नहीं दिखी। अब गौरीगंज में निजी क्षेत्र से 21 एकड़ भूमि में एक इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर खुलने जा रहा है।
योजनाओं का नाम बदल नीतीश दे रहे धोखा
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केवल योजनाओं के नाम बदल कर जनता की आंखों में धूल झोंक रहे हैं।
विदित हो कि एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने निशाना साधा था कि केंद्र सरकार कोई काम नहीं कर रही है। जब कोई उपाय नहीं सूझा तो राष्ट्रभक्ति का दौर चला रहे हैं। इसी बहस में सभी इंगेज हैं। सोशल व अन्य मीडिया में यही बहस चल रही है। आर्थिक प्रगति पर डिबेट नहीं हो रहा है।
गिनाई अपने विभाग की उपलब्धियां
मुख्यमंत्री के उक्त बयान के बाद केंद्रीय मंत्री ने बिहार के लिए खुद के विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुआ कहा कि निजी क्षेत्र के सहयोग से बिहार के भागलपुर, औरंगाबाद जैसे छोटे शहरों में 40 बीपीओ कॉल सेंटर खोलने की तैयारी चल रही है। राच्य में बीएसएनएल नेटवर्क दुरुस्त करने के लिए 11 सौ नए टावर भी लगाए जाएंगे।
दुनिया में सर्वाधिक एफडीआइ भारत में
उन्होंने कहा कि दुनिया में सर्वाधिक विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआइ) भारत में आया है, जबकि इस दौरान दुनियाभर में होने वाली एफडीआइ में 16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। भारत में एफडीआइ में 35 फीसदी का उछाल आया है। इसी तरह रिकार्डतोड़ नौ करोड़ मोबाइल बने हैं। उन्होंने बताया कि एफडीआइ मैन्युफैक्चरिंग, कंच्यूमर गुड्स, लॉजिस्टिक और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है।
अपना घर संभाले कांग्रेस
उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने को लेकर कांग्रेस के आरोप पर रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस पहले अपना घर संभाले, फिर दूसरे पर आरोप लगाए।