Dussehra 2022: पटना गांधी मैदान में आज 70 फीट के रावण का पुतला दहन, सीएम नीतीश कुमार उतारेंगे श्रीराम की आरती
Dussehra 2022 पटना के गांधी मैदान में आज शाम रावण दहन समारोह का आयोजन किया जाएगा। झांकी के आगमन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भगवान श्रीराम एवं भ्राता लक्ष्मण की आरती उतारेंगे। इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ कई मंत्री मौजूद रहेंगे।
जागरण संवाददाता, पटना : दशहरा कमेटी के तत्वावधान में राजधानी के गांधी मैदान में पांच अक्टूबर को रावण वध समारोह का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई मंत्री शामिल होंगे। कार्यक्रम शाम साढ़े चार बजे प्रारंभ हो जाएगा। पांच बजे शाम को रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। दशहरा कमेटी के अध्यक्ष कमल नोपानी एवं सचिव अरुण कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि दो वर्षों बाद गांधी मैदान में रावणवध समारोह का आयोजन होने जा रहा है। इस समारोह में न केवल राजधानी से बल्कि राज्य के कोने-कोने से काफी संख्या में लोग आएंगे। इस वर्ष कार्यक्रम में राज्यभर से पांच लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री उतारेंगे भगवान श्रीराम की आरती
राजधानी के विभिन्न क्षेत्र से भ्रमण के बाद श्रीराम एवं लक्ष्मण की झांकी गांधी मैदान में प्रवेश करेगी। झांकी के आगमन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भगवान श्रीराम एवं भ्राता लक्ष्मण की आरती उत्तारेंगे। इसके साथ ही रावण वध समारोह प्रारंभ हो जाएगा।
कार्यक्रम में इकोफ्रेंडली आतिशबाजी होगी
कमेटी के अध्यक्ष कमल नोपानी ने कहा कि गांधी मैदान में इस वर्ष 70 फीट के रावण का पुतला होगा। 65 फीट का मेघनाथ एवं 60 फीट का कुंभकरण होगा। पुतला का निर्माण अंतिम चरण में है। पुतला का निर्माण गया के कुशल कलाकारों द्वारा किया जा रहा है। कपड़ा, बांस, कागज, रस्सी आदि से पुतला का निर्माण गांधी मैदान में ही किया जा रहा है।
दो मंजिल की होगी सोने की लंका
इस वर्ष गांधी मैदान में बनने वाली सोने की लंका दो मंजिला होगा। उसे भव्य तरीके से सजाया जाएगा। लंका के अंदर ही अशोक वाटिका का निर्माण किया जाएगा, जहां सीता जी को बैठाया जाएगा।
अभिभावक बच्चे की जेब में डाल दें पर्ची
दशहरा कमेटी के सदस्य सुरेश झुनझुनवाला एवं अजय गुप्ता ने कहा कि अभिभावक गांधी मैदान में बच्चे को लाते समय उनकी पैंट या शर्ट की जेब में नाम एवं फोन नंबर की एक पर्ची अवश्य डाल दें। इससे अगर गांधी मैदान में बच्चा भूल जाता है तो उसे आसानी से खोज लिया जाएगा। नाम एवं नंबर होने पर उसे अभिभावकों तक पहुंचाया जा सकता है।