श्मशान के सौदागर: पटना नगर निगम ने बढ़ाई सख्ती तो 800 में मिलने लगी 1200 रुपए की लकड़ी
बांसघाट गुलबीघाट और खाजेकलां घाट पर निगम लकड़ी का स्टॉक करके रखा गया है। समाचार पत्रों में श्मशान घाट पर मनमानी से जुड़ी खबरें प्रकाशित हुईं तो नगर निगम सक्रिय हुआ। सख्ती के बाद यहां 800 रुपये प्रति मन लकड़ी की कीमत हो गई है।
पटना, जागरण संवाददाता। Patna Municipal Corporation News: पटना नगर निगम की नकेल कसने के बाद बांसघाट श्मशान पर लकड़ी की कीमत 1200 से घटकर 800 रुपये प्रति मन हो गई है। यहां निगम ने लकड़ी बिक्री का ठेका दिया हुआ है। शुरुआती दौर में मनमाने दर पर लकड़ी बिक्री की गई। कोविड संक्रमितों के एक शव जलाने पर 20 हजार रुपये तक लकड़ी मद में खर्च करने पड़ते थे। निगम की चुस्ती से यहां आने वाले लोगों को राहत मिल रही है।
बांस घाट पर 800 रुपए प्रति मन लकड़ी
अब बांसघाट पर 800 रुपये प्रति मन लकड़ी मिल रही है। पटना नगर निगम ने यह दर तय किया है। एक शव जलाने में कम से कम से कम सात मन लकड़ी लगती है। बहुत लोग नौ मन लकड़ी लेते हैं। बांसघाट पर लकड़ी बिक्री कर रहे सुधीर कुमार बताते हैं कि लकड़ी की कमी नहीं है। सखुआ की लकड़ी उपलब्ध है। आम की लकड़ी की कमी है, आम की लकड़ी का सिर्फ एक-दो टुकड़े दिए जाते हैं। गुरुवार को सिर्फ दो शवों के लिए सुधीर ने लकड़ी की बिक्री की।
कोविड संक्रमितों के लिए नि:शुल्क लकड़ी
शुरुआती दौर में कोरोना संक्रमण वाले शव को जलाने के लिए स्वजनों को लकड़ी की खरीद करनी पड़ी थी। उस समय तक मनमाने दर पर लकड़ी की बिक्री हुई। नगर निगम कोविड संक्रमतों के शव को अब अपनी लकड़ी पर नि:शुल्क जलाने लगा है। बांसघाट, गुलबीघाट और खाजेकलां घाट पर निगम लकड़ी का स्टॉक करके रखा गया है। समाचार पत्रों में श्मशान घाट पर मनमानी से जुड़ी खबरें प्रकाशित होने के बाद निगम सक्रिय हुआ। निविदा के आधार पर लकड़ी बिक्री करने वालों पर सख्ती के बाद लकड़ी की कीमत 800 रुपए प्रति मन हो गई है।
गुलबीघाट पर ठेका प्रथा
गुलबीघाट पर ठेका प्रथा है। पहले मनमाने तरीके से लकड़ी के नाम पर उगाही होती थी। अब सात मन लकड़ी 9500, नौ मन लकड़ी 11 हजार और 11 मन लकड़ी 13 हजार रुपये में मिल रहे हैं। चिता सजाने से लेकर जलवाने तक का ठेका लकड़ी वाले ले लेते हैं। यहां तीन लकड़ी विक्रेता हैं।