सवर्णों को भी मिले 15 फीसद आरक्षण: रामविलास
रामविलास पासवान ने कहा कि ऊंची जातियों को भी 15 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। साथ ही उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग का भी समर्थन किया।
By Ravi RanjanEdited By: Published: Sun, 13 May 2018 04:21 PM (IST)Updated: Sun, 13 May 2018 11:14 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। लोजपा प्रमुख सह केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि सवर्णों को भी नौकरियों में 15 फीसद आरक्षण मिलना चाहिए। पार्टी गरीब सवर्णों को अवसर मुहैया कराने के लिए आरक्षण देने की मांग कर रही है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। इसकी मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले दस सालों से कर रहे हैं।
उन्होंने रविवार को पत्रकारों से कहा कि बिहार के मुकाबले आंध्र प्रदेश की स्थिति बेहतर है। विशेष राज्य की मांग को लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू का एनडीए से अलग होने का निर्णय गलत है। वे चार साल तक सरकार में रहे और उनकी पार्टी के लोग मंत्री थे। विशेष राज्य का दर्जा के लिए मापदंड तय है। इसे पूरा करने पर ही विशेष राज्य का दर्जा दिया जा सकता है। वित्त मंत्री ने संसद में विशेष राज्य का नाम लिए बगैर आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में एनडीए को भारी बहुमत प्राप्त होगा। कांगे्रस मुगालते में न रहे, कर्नाटक में एनडीए की सरकार बनेगी। 2019 में प्रधानमंत्री पद की वैकेंसी नहीं है। नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। विपक्षी पार्टियों में प्रधानमंत्री पद के नाम को लेकर एक राय नहीं है। राहुल गांधी, ममता बनर्जी, शरद पवार और चन्द्रबाबू नायडू का नाम चल रहा है।
उन्होंने बीपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले एससी और एसटी को पचास हजार तथा यूपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर एक लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा करने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया।
मौके पर पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान, प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, दलित सेना के अध्यक्ष व सांसद रामचन्द्र पासवान आदि उपस्थित थे।
उन्होंने रविवार को पत्रकारों से कहा कि बिहार के मुकाबले आंध्र प्रदेश की स्थिति बेहतर है। विशेष राज्य की मांग को लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू का एनडीए से अलग होने का निर्णय गलत है। वे चार साल तक सरकार में रहे और उनकी पार्टी के लोग मंत्री थे। विशेष राज्य का दर्जा के लिए मापदंड तय है। इसे पूरा करने पर ही विशेष राज्य का दर्जा दिया जा सकता है। वित्त मंत्री ने संसद में विशेष राज्य का नाम लिए बगैर आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में एनडीए को भारी बहुमत प्राप्त होगा। कांगे्रस मुगालते में न रहे, कर्नाटक में एनडीए की सरकार बनेगी। 2019 में प्रधानमंत्री पद की वैकेंसी नहीं है। नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। विपक्षी पार्टियों में प्रधानमंत्री पद के नाम को लेकर एक राय नहीं है। राहुल गांधी, ममता बनर्जी, शरद पवार और चन्द्रबाबू नायडू का नाम चल रहा है।
उन्होंने बीपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले एससी और एसटी को पचास हजार तथा यूपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर एक लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा करने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया।
मौके पर पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान, प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, दलित सेना के अध्यक्ष व सांसद रामचन्द्र पासवान आदि उपस्थित थे।
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