Rajnath Singh in Bihar: सासाराम में बोले राजनाथ- देश बनाने के लिए करनी चाहिए राजनीति
गृहमंत्री राजनाथ सिंह लगातार दूसरे दिन शनिवार को बिहार के दौरे पर थे। वे शनिवार को सासाराम लोकसभा क्षेत्र के तहत डेहरी में चुनाव प्रचार को पहुंचे थे।
रोहतास, जेएनएन। गृहमंत्री राजनाथ सिंह लगातार दूसरे दिन शनिवार को बिहार के दौरे पर थे। वे शनिवार को सासाराम लोकसभा क्षेत्र के तहत डेहरी में चुनाव प्रचार को पहुंचे थे। उन्होंने पड़ाव मैदान में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते कहा कि देश बनाने के लिए राजनीति करनी चाहिए। 2014 में जब केंद्र में एनडीए की सरकार बनी थी, उस समय हम भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। हम सभी ने प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का नाम प्रस्तावित किया था। गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद जिस तरह वहां का सर्वांगीण विकास हुआ, उसी तरह आज पूरे देश का नरेंद्र मोदी की सरकार ने विकास किया है। कुछ राजनीतिक दल के लोग प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के पदों पर बैठे लोगों की गरिमा का भी ख्याल नहीं रख रहे हैं। लोकतंत्र में इन दोनों पदों की गरिमा है। जब लोकतंत्र मजबूत नहीं होगा, तो देश का विकास कैसे हो सकता है। उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की प्रशंसा की तो कांग्रेस अध्श्क्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।
नीतीश की प्रशंसा और कांग्रेस पर निशाना
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकारें आती हैं और कुछ न कुछ करती है। लेकिन सीएम नीतीश कुमार के पहले बिहार में कई सरकारें आईं, कई सीएम रहे, किंतु कोई काम नहीं हुआ। नीतीश के सीएम बनने के बाद अब यहां के लोगों को बिहार का विकास समझ में आ रहा है। इनके कार्यकाल में बिहार का चतुर्दिक विकास हो रहा है। इसमें केंद्र का भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि 62 वर्षों के कांग्रेस के शासनकाल में 1.2 करोड़ लोगों को भी रसोई गैस का कनेक्शन नहीं दिया गया, वहीं साढे चार वर्षों में 13 करोड़ लोगों को गैस कनेक्शन मिला है। कांग्रेस के शासनकाल में प्रतिदिन छह किलोमीटर सड़कों का निर्माण होता था, वहीं एनडीए की सरकार में 28 से 32 किलोमीटर प्रतिदिन सड़कों का निर्माण कार्य हो रहा है।
राहुल गांधी को लिया आड़े हाथों
उन्होंने गरीबी दूर करने के सवाल पर भी राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। कहा कि वे देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। 55 वर्षों तक देश में कांग्रेस पीएम के आसन पर रही, लेकिन गरीबी दूर नहीं हुई। प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर के इंदिरा गांधी तक गरीबी दूर करने के नारे लगाते रहे। राजीव गांधी ने तो स्वीकार किया था कि 100 रुपये भेजे जाते हैं तो गरीबों को 10 पैसे मिलते हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने आने वाले पांच से सात वर्षों में देश के लोगों को गरीबी रेखा से उठाने का संकल्प लिया है। आने वाले वर्षों में एक भी परिवार गरीबी रेखा से नीचे नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं के लाभुकों को डीबीटी के माध्यम से राशि सीधे उनके बैंक खातों में जा रही है। उन्होंने कहा कि वे देश के लिए वोट मांगने आए हैं।
गरिमा का ख्याल नहीं रखेंगे तो देश कमजोर होगा
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ लोग लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला दे आचरण व मर्यादा को तोड़ रहे हैं। राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों की गरिमा का ख्याल नही रखेंगे तो लोकतंत्र कमजोर होगा। चुनाव आएंगे, जाएंगे, लेकिन जब लोकतंत्र कमजोर होगा तो देश भी विकसित व खुशहाल नहीं रहेगा। पहले देश के बारे में सोचनी चाहिए। देश मे साढ़े तीन वर्ष में सात करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर हुए हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व बैंक ने 2016 में सर्वे कराया था, तब 12 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे थे। उसी विश्वबैंक ने 2019 के सर्वे में भारत में केवल पांच करोड़ लोगों को ही गरीबी रेखा से नीचे पाया है। यह मोदी सरकार के सबका साथ, सबका विकास वाले मूल मंत्र का नतीजा है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का आर्थिक विकास हुआ है। बता दें कि वे सासाराम के जदयू प्रत्याशी महाबली सिंह के समर्थन में चुनावी सभा काे संबोधित कर रहे थे।
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