Lok Sabha Election Results: तेजप्रताप के ससुर को सारण में झटका, रुडी ने मारी बाजी
सारण लोकसभा से बीजेपी को जीत मिली है। तेजस्वी यादव के ससुर चंद्रिका राय को हरा कर राजीव प्रताप रूडी चौथी बार सांसद बन गए हैं।
छपरा, जेएनएन। सारण लोकसभा सीट पर एक बार फिर कमल खिला। भाजपा के कद्दावर नेता राजीव प्रताप रूडी ने तेजप्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय को भारी मतों से हरा दिया। इस जीत के साथ ही रूडी चौथी बार संसद भवन पहुंच गए हैं। चुनाव प्रचार के दौरान चंद्रिका राय को अपने दामाद व पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे के विरोध का सामना करना पड़ा था। रुडी ने चंद्रिका राय को 136531 मतों से हराया।
सारण में तीसरे स्थान पर रहा नोटा
सारण लोकसभा क्षेत्र शुरू से चर्चा में था। खासकर ससुर-दामाद को लेकर। चंद्रिका राय को राजद ने अपना उम्मीदवार बनाया था, जबकि उनके दामाद तेजप्रताप यादव ही विरोध में सामने आ गए। यहां तक कि उनहोंने ट्वीट तक कर दिया। उन्होंने लोगों से वोट नहीं देने की अपील की। हालांकि तेजस्वी यादव ने चंद्रिका राय के पक्ष में खुलकर प्रचार किया। इसमें रुडी को 496992 तथा चंद्रिका राय को 360461 वोट आए। खास बात रही कि यहां से नोटा तीसरे स्थान पर रहा। नोटा को 28227 मत मिले।
बोले रूडी, बनावटी लोगों को पहचान चुकी है जनता
स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार को हुई मतगणना में विजयी होने के बाद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कार्य किया उससे पूरा देश खुश है। रूडी ने कहा कि सारण के विकास के लिए जो कार्य किए गए उसका प्रतिफल इस चुनाव में जनता ने दिया है। अब लोग बनावटी लोगों को पहचान चुके हैं। देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी।
सारण के लिए दोनों बेटों के थे अलग-अलग सुर
चंद्रिका राय को चुनाव प्रचार के दौरान अपने दामाद व लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के विरोध का समाना भी करना पड़ा था। एक तरफ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चंद्रिका राय के लिए वोट मांग रहे थे, वहीं दूसरी तरफ भाई विधायक तेज प्रताप यादव विरोध कर रहे थे। सारण में अपने ही प्रत्याशी को लेकर लालू के दोनों बेटों के अलग-अलग सुर का लाभ राजग मिल गया।
चंद्रिका नहीं बचा पाए राजनीतिक विरासत
चुनाव में चंद्रिका राय ने अपनी व लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक विरासत बचाने की भरपूर कोशिश की। चंद्रिका राय के पिता दारोगा प्रसाद राय बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके परिवार की इलाके में पकड़ मानी जाती रही है। वहीं सारण को लालू प्रसाद यादव के परिवार की परंपरागत सीट भी माना जाता रहा है। सारण से ही लालू प्रसाद यादव सर्वाधिक चार बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। सबसे पहले 1977 में लालू इसी सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। हालांकि, लालू को यहां से हार का भी सामना करना पड़ाल था। बताते चलें कि पहले इस संसदीय सीट का नाम छपरा था।
2019 के परिणाम
राजीव प्रताप रूडी (भाजपा)- 4,96,992
चंद्रिका राय (राजद)- 3,60,461
जीत-हार का अंतर- 1,36,531
2014 के परिणाम
राजीव प्रताप रूडी (भाजपा)- 3,55,720
राबड़ी देवी (राजद)- 3,14,172
जीत-हार का अंतर- 40,948
2009 का परिणाम
लालू प्रसाद (राजद)- 2,74,209
राजीव प्रताप रूडी (भाजपा)- 2,22,394
जीत-हार का अंतर- 51,815
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप