राजधानी वाटिका में आपको बुला रहे आर्टिफिशियल झरना और लड़ाकू विमान
राजधानी वाटिका जैसा पार्क गुजरात में भी नहीं है। यहां एक साल के अंदर 14 लाख लोग भ्रमण कर चुके हैं।
पटना। राजधानी वाटिका जैसा पार्क गुजरात में भी नहीं है। यहां एक साल के अंदर 14 लाख लोग भ्रमण के लिए आए हैं। इस पार्क को और आकर्षक बनाया जाएगा। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बुधवार को राजधानी वाटिका के एडवेंचर पार्क में लोगों के दर्शनार्थ लगाए गए लड़ाकू विमान मिग-21, अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कैफेटेरिया और वाटर कास्केड का लोकार्पण करने के बाद बोल रहे थे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी वाटिका में तीन पार्क हैं। पटनावासी यहां आकर भ्रमण करें। हर उम्र के लोगों को ध्यान में रखकर इस पार्क को तैयार किया गया है। भारत-पाकिस्तान युद्ध में इस्तेमाल किए गए लड़ाकू विमान मिग 21 लोग यहां देख पाएंगे। यह मॉडल नहीं है। युद्ध में इस्तेमाल किया हुआ विमान है। उन्होंने वाटर कास्केड की भी जमकर सराहना की। कहा कि पटना में इस तरह का झरना अब तक नहीं था। इसके दृश्य से शहरवासी प्रभावित होंगे। इस अवसर पर पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, एयर मार्शल एसबीपी सिन्हा, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिर्वतन विभाग के प्रधान सचिव त्रिपुरारी शरण, प्रधान मुख्य वन संरक्षक डीके शुक्ला, एसके चौधरी, एसके पांडेय, संतोष तिवारी, एके प्रसाद, सुरेंद्र सिंह, पीके जायसवाल, वन संरक्षक गोपाल सिंह, हरियाली मिशन के निदेशक एस चंद्रशेखर, पटना डीएफओ सुनील सिन्हा, पार्क डीएफओ हेमंत पाटिल, एसीएफ सुबोध कुमार गुप्ता, रेंज ऑफिसर अरविंद वर्मा आदि मौजूद थे। लड़ाकू विमान मिग-21 बना आकर्षण का केन्द्र
एडवेंचर पार्क में लगाए गए रुसी मूल के एकल इंजन वाले मिग-21 का भारत-पाकिस्तान युद्ध में इस्तेमाल हुआ था। इसे उड़ान भरने की मुद्रा में स्थापित किया गया है। यह 14.5 मीटर लंबा तथा पंख विस्तार के साथ चौड़ाई 7.15 मीटर है। यह विमान 23 एमएम वाले दो बोर की तोप के साथ नजदीक से मार करने वाली चार आर-60 मिसाइल ले जाने में सफल है। 1961 में भारत सरकार ने सोवियत संघ से इसकी खरीद की थी। भारत और पाकिस्तान के बीच 1965, 1971 तथा में 1999 में कारगिल युद्ध हो चुका है। 54 फीट ऊंची पहाड़ी से पानी गिरने से अद्भुत दृश्य
राजधानी वाटिका के एडवेंचर पार्क में वाटर कास्केड (झरना) पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। 54 फीट ऊंचाई से पानी गिर रहा है। पहाड़ी जैसा दृश्य है। उप मुख्यमंत्री कुछ देर तक इस मनोरम दृश्य को देखते रह गए। इस वाटर कास्केड के निर्माण में 48 लाख रुपये खर्च हुए हैं। इस पहाड़ीनुमा झरने के भवन के अंदर कई कमरे हैं। हालांकि, ठंड के मौसम में इन कमरों में रह पाना संभव नहीं है। 24 लाख की लागत से खुला वातानुकूलित कैफेटेरिया
राजधानी वाटिका के इको पार्क में पहले से कैफटेरिया है। तीन पार्क में सिर्फ एक कैफिटेरिया रहने से दर्शकों की मुश्किल हो रही थी। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित वातानुकूलित कैफेटेरिया एडवेंचर पार्क में खोला गया है। 24 लाख की लागत से इसका निर्माण किया गया है। कैफेटेरिया को आउटसोर्सिग के माध्यम से चलाया जाएगा। निविदा की प्रक्रियाएं चल रही है। पांच गेटों से नववर्ष के प्रथम दिन मिलेगा प्रवेश
राजधानी वाटिका में नववर्ष के पहले दिन पांच गेटों से प्रवेश मिलेगा। पार्क वन यानी इको पार्क में मुख्य गेट के पास और अंडरपास के पहले। दोनों जगह टिकट मिलेंगे। पार्क टू यानी स्मृति पार्क के मुख्य गेट तथा अंडरपास के पास से प्रवेश मिलेगा। यहां भी टिकट मिलेगा। पार्क थ्री यानी एडवेंचर पार्क में प्रवेश हार्डिग रोड से मिलेगा। इस तरफ गाड़ी लगाने के लिए पार्किंग भी है। सड़कें भी चौड़ी हैं। पहली जनवरी के लिए कटने लगा एडवांस टिकट
नववर्ष के प्रथम दिन राजधानी वाटिका में जाने के लिए एडवांस टिकट मिलने लगा है। एडवांस टिकट के लिए प्रति वयस्क 50 रुपये तथा प्रति शिशु 25 रुपये देना होगा, जबकि 31 दिसंबर तक प्रति वयस्क 20 रुपये तथा प्रति बच्चे 10 रुपये लग रहे हैं। तीनों पार्क का यह प्रवेश टिकट है। किसी भी गेट से प्रवेश कर तीनों पार्क में भ्रमण कर सकते हैं। आज बंद रहेगी राजधानी वाटिका
गुरुवार को साप्ताहिक अवकाश की वजह से राजधानी वाटिका बंद रहेगी। चिड़ियाघर, बर्ड फ्लू के कारण पहले से बंद है। इधर, मौसम सुहाना होने और क्रिसमस की छुट्टियों की वजह से शहरवासी भ्रमण के मूड में हैं। ऐसे में लोगों को असुविधा होगी। चिड़ियाघर और राजधानी वाटिका भ्रमण के लिए नहीं जाएं।