अब बिहार से मुंबई की यात्रा खूबसूरत ‘हमसफर’ के साथ ...जानिए
बिहार से मुंबई का सफर अब खूबसूरत हमसफर के साथ करें। रेल मंत्रालय एसी दो ट्रेनों को अक्टूबर से चलाने जा रहा है। इनका किराया थोड़ा अधिक होगा, पर सुविधाएं भी अधिक मिलेंगी।
पटना [जेएनएन]। रेलवे ने बिहार को दो सौगातें दी हैं। मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक अगले महीने से बिहार से भी दो हमसफर ट्रेनें चलाई जाएंगी। पहली हमसफर ट्रेन पटना से बांद्गा के लिए दूसरी अंत्योदय ट्रेन जयनगर से उदना के बीच चलेगी। इसके लिए ट्रेनों की समय सारणी शीघ्र घोषित की जाएगी।
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी अरविन्द रजक ने बताया कि पहली हमसफर ट्रेन पटना जंक्शन से बांद्रा टर्मिनल के लिए चलाई जाएगी। दूसरी पटना जंक्शन से पासिंग ट्रेन होगी, जो सियालदह से जम्मू-तवी तक जाएगी। रेल बजट में दरभंगा से जालंधर वाया रक्सौल-गोरखपुर होते हुए अंत्योदय चलाने की घोषणा की गई थी। दूसरी अंत्योदय ट्रेन जयनगर से उदना के बीच चलेगी।
अंत्योदय में लगेगा सामान्य किराया
जयनगर व दरभंगा से खुलने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस की सभी बोगियां सामान्य श्रेणी की होंगी। लेकिन, इसके बर्थ अन्य सामान्य ट्रेनों अलग होंगे। इसका किराया भी सामान्य ट्रेनों की तरह ही होगा। सामान रखने वाले उपरी बर्थ को भी गद्देदार किया गया है। हर रो में मोबाइल व लैपटॉप चार्जर की सुविधा होगी। हर बोगी में डस्टबिन के साथ शौचालय में इंडिकेटर सिस्टम लगा होगा।
हमसफर की हर होगी एसी
हमसफर ट्रेन को आम एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों से काफी अलग डिजाइन किया गया है। सारे कोच तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के होंगे। इसकी हर बोगी में सीसी कैमरे के साथ जीपीएस आधारित पैसेंजर इनफॉरमेशन सिस्टम लगा होगा। बोगी से आग व धुंआ निकलते ही अलर्ट अलार्म बजने लगेगा और तत्काल उसपर काबू पा लिया जाएगा। हर बर्थ पर मोबाइल, लैपटॉप चार्जर प्वाइंट के साथ इंटीग्रेटेड ब्रेल डिस्प्ले सिस्टम लगा रहेगा।
जुदा होगी खूबसूरती
हमसफर को पूरी तरह महाराजा एक्सप्रेस का लुक दिया गया है। इसकी बोगी की खूबसूरती दूसरी ट्रेनों से जुदा होगी। ट्रेन के अंदर व बाहर की डिजाइन बदली रहेगी। इस ट्रेन में शाही महाराजा एक्सप्रेस की तरह विनाइल शीट्स का उपयोग किया जाएगा। पूर्ण वातानुकूलित हमसफर एक्सप्रेस की गति भी 130 किमी प्रति घंटे की होगी।
अधिक होगा किराया
हमसफर एक्सप्रेस के मेंटेनेंस पर अन्य ट्रेनों से अधिक खर्च होने का अनुमान है। इस कारण इससे यात्रा थोड़ी महंगी जरूर होगी। अभी तक इसका किराया तय नहीं हो सका है। अधिकारियों की मानें तो सामान्य ट्रेनों से इसका किराया 20 फीसद तक अधिक हो सकता है।