रघुवंश ने छुड़ाया लालू से पीछा
रघुवंश प्रसाद सिंह ने राजद से दिया इस्तीफा
पटना : लोजपा के पूर्व सांसद रामा सिंह के राजद में लाने की तैयारियों और पार्टी में उपेक्षा से खफा वरिष्ठ समाजवादी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने लालू प्रसाद से पांच दशकों के अपने सियासी रिश्ते को खत्म कर लिया। गुरुवार को उन्होंने अस्पताल से ही राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके पहले वह राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समेत सभी पदों से भी इस्तीफा दे चुके हैं, जिसे आलाकमान ने इस उम्मीद में अस्वीकार कर दिया था कि देर-सवेर उन्हें मना लिया जाएगा, किंतु बात नहीं बनी और लालू परिवार से रघुवंश लगातार दूर होते चले गए। राजद से रिश्ता खत्म करने की तात्कालिक वजह बनी विधायक तेजप्रताप यादव की वह टिप्पणी, जिसमें उन्होंने रघुवंश प्रसाद की राजद में एक लोटा पानी से तुलना की थी। यह बयान राजद पर भारी पड़ा। हालांकि तेजप्रताप ने बाद में लालू के समझाने पर रघुवंश को अपना अभिभावक बताकर भरपाई की कोशिश की, किंतु कामयाबी नहीं मिली। दरअसल, रघुवंश के परिजनों को तेजप्रताप की यह बात इतनी चुभ गई कि उनपर घर-परिवार से भी दबाव बढ़ने लगा। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद रघुवंश पटना के एम्स में भर्ती हुए थे। उसी दौरान पता चला कि उनके प्रबल प्रतिद्वंद्वी रामा सिंह को राजद में लाने की तैयारी कर ली गई है। इससे बुरी तरह आहत रघुवंश ने अस्पताल से ही अपने पद से लालू को डाक के जरिए इस्तीफा भेज दिया। जून का वाकया है। रघुवंश बाद में पटना एम्स से निकलकर दिल्ली एम्स पहुंचे और पिछले करीब महीने भर से वहीं इलाज करा रहे हैं। बुधवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें आइसीयू में भर्ती कराया गया था। उन्हें महसूस होने लगा कि राजद में अब स्थितियां उनके लायक नहीं रह गई हैं तो आखिरकार उन्होंने उस पार्टी को भी अलविदा कह दिया, जिसके वह संस्थापक सदस्यों में से थे।