रघुवंश बोले- जुमले बने PM मोदी के वादे, चार साल में 12 हजार किसानों की आत्महत्या
रघुवंश प्रसाद सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि नरेंद्र मोदी के किसानों के किए वादे 'जुमले' बनकर रह गए हैं। चार साल के दौरान 12 हजार किसानों ने आत्महत्या की है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राजद संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताया है। किसानों की आत्महत्या, दोगुनी आमदनी, फसल बीमा, डीजल अनुदान एवं फसल लागत मूल्य का मुद्दा उठाते हुए रघुवंश ने कहा कि नरेंद्र मोदी की चार वर्षों की सरकार में 12 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। मोदी के किसानों को लेकर किए गए वादे 'जुमले' बनकर रह गए हैं।
सोमवार को रघुवंश ने किसानों की आमदनी को प्रतिमाह 18 हजार तय करने की मांग करते हुए कहा कि कर्ज माफी, रोजगार गारंटी, पेंशन, फसल बीमा, पशुपालन में आहार सब्सिडी, समय पर खाद, बीज एवं कृषि यंत्रों की सुविधा दिलाने की मांग को लेकर राजद निर्णायक आंदोलन खड़ा करेगा।
रघुवंश ने आम बजट का हवाला देते हुए कहा कि वित्तमंत्री ने दावा किया कि रबी फसलों का मूल्य लागत से डेढ़ गुना तय किया जा चुका है। वर्ष 2018-19 के लिए एक क्विंटल गेहूं का भाव 1735 रुपये तय किया जा चुका है, जबकि फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया की साइट पर वर्ष 2017-18 में गेहूं का लागत मूल्य 2408 रुपये एवं मूल्य आयोग की वेबसाइट पर आर्थिक लागत 2345 रुपये दर्ज है। यह किसानों के साथ धोखा है।
रघुवंश ने कहा कि प्रदेश में आठ हजार से ज्यादा राजकीय नलकूप बंद पड़े हैं। सिंचाई के लिए किसानों को निजी बोरिंग पर पहले 90 फीसद सब्सिडी मिलती थी जो अब 50 फीसद हो गई है। धान खरीद में गड़बड़ी है। किसान लाचार होकर औने-पौने दाम में धान बेच रहे हैं। आलू का हाल भी बुरा है। किसान कोल्ड स्टोरेज में ही आलू छोड़कर भाग रहे हैं। दलहन-तेलहन की लागत भी नहीं निकल पा रही है।