दुर्गा पूजा: बोरिंग-कैनाल रोड में दिखेगा जम्मू का रघुनाथ मंदिर, ऊंचाई होगी 70 फीट Patna News
दुर्गा पूजा की तैयारी शहर में जोरों पर दिखाई दे रही है। पंडालों को सजाने का काम शुरू हो गया है। इस बार बोरिंग कैनाल रोड पर जम्मू का रघुनाथ मंदिर देखने को मिलेगा।
पटना, जेएनएन। जैसे-जैसे दुर्गापूजा नजदीक आ रही है, तैयारी भी तेज हो रही है। शहर के अधिकतर चौक-चौराहों पर पूजा पंडाल बनने लगे हैं। श्रीश्री पंचमुखी हनुमान मंदिर दुर्गापूजा समिति व्यावसायिक संघ पिछले 25 सालों से दुर्गापूजा को बड़े ही धूमधाम से मना रहा है। इस बार समिति द्वारा बोरिंग केनाल रोड स्थित पंचमुखी मंदिर के ठीक बगल में जम्मू का रघुनाथ मंदिर बनाया जा रहा है।
45 फीट चौड़ा होगा पंडाल
इस पंडाल की ऊंचाई लगभग 65-70 फीट और चौड़ाई 45 फीट होगी। पंडाल का निर्माण जामताड़ा, मधुपुर से आए कारीगरों द्वारा किया जा रहा है। पिछले महीने से ही कारीगर पंडाल को भव्य रूप देने में लगे हैं। समिति के सचिव अशोक कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने की खुशी में ही इस बार रघुनाथ मंदिर का पंडाल बनवा रहे हैं। पूजा समिति की इस वर्ष 26वीं वर्षगांठ भी है। मूर्ति बनाने के लिए पटना के प्रसिद्ध मूर्तिकार शिवशंकर पंडित अपनी टीम के साथ लगे हुए हैं। यहां पर मां दुर्गा की 17 फीट की भव्य प्रतिमा कलाकारों बनाई जा रही है।
भक्त यहां पर राक्षस के मुंह से राक्षस निकलते हुए देख सकेंगे। प्रतिमा को और भी सुंदर बनाने के लिए साज-सज्जा का सामान कोलकाता से मंगाया जा रहा है। सप्तमी के दिन मां का पट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। सप्तमी के दिन हलवा, अष्टमी के दिन खीर और नवमी के दिन खिचड़ी का प्रसाद भक्तों के बीच वितरण किया जाएगा। पंडाल के दोनों तरफ एक किलोमीटर तक एलईडी लाइटो से सड़कों को सजाया जाएगा।
पार्किंग और श्रद्धालुओं के बैठने के लिए रहेगी विशेष व्यवस्था
पूजा समिति का कहना है कि श्रद्धालुओं के लिए वाहन पार्किंग की भी व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालु अपने वाहन को पार्क कर आराम से बैठकर मां का प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं।
सुरक्षा के रहेंगे इंतजाम
किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा के इंतजाम रहेंगे। सीसीटीवी कैमरों से मनचलों पर नजर रखी जाएगी।
खिचड़ी से तोड़ते हैं नवरात्र व्रत
पूजा समिति के सदस्य श्रीकांत ने बताया कि दूर-दराज से आए भक्त यहां नवमी के दिन खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण कर अपना व्रत तोड़ते हैं।