RJD की बैठक में टीम तेजस्वी पर उठे सवाल, नहीं पहुंचे तेज प्रताप व सिद्दीकी सहित कई MLA
आरजेडी नेता ऑल इज वेल का दावा कर रहे हैं लेकिन वहां सबकुछ ठीक नहीं है। पार्टी में टीम तेजस्वी पर सवाल उठाए गए हैं। तेजस्वी ने अपनी इस नई टीम के साथ बैठक की।
पटना, जेएनएन। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में टीम तेजस्वी (Team Tejashwi) को लेकर नाराजगी के बीच पार्टी के नए जिलाध्यक्षों व जिला महासचिवों की अहम बैठक रविवार को हुई। इसके पहले आरजेडी विधानमंडल दल की बैठक शनिवार को हुई, जिससे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) तथा अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) सहित कई विधायकों ने किनारा कर लिया।
पांच घंटे चली बैठक
राबड़ी देवी के आवास में रविवार को तेजस्वी की क्लास करीब पांच घंटे तक चली, जिसमें दो बातों पर विशेष रूप से फोकस किया गया। सबसे पहले नए जिलाध्यक्षों को यह बताया गया कि पुराने को हटाया नहीं गया है, बल्कि उन्हें पदोन्नति के साथ दूसरी जिम्मेवारी दी जा रही है। दूसरा बड़ा फोकस पार्टी में किसी तरह की गुटबंदी की आशंका को अस्वीकार करने पर था। इसके लिए तेजस्वी यादव ने सभी को लालू गुट का सिपाही बताया। बैठक की अध्यक्षता राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने की और संचालन चितरंजन गगन ने किया। तेजस्वी के अतिरिक्त रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी और डॉ. रामचंद्र पूर्वे ने भी अपने-अपने तरीके से नए जिलाध्यक्षों को एकजुट रहकर पार्टी लाइन को आगे बढ़ाने की नसीहत दी।
सबों ने रखी अपनी-अपनी बातें
रघुवंश के पास संघर्ष का फॉर्मूला था तो पूर्वे के पास संगठन की जरूरतों का पिटारा। शिवानंद ने नागरिकता कानून और एनपीआर पर पार्टी का स्टैंड बताया। सांगठनिक प्रमंडलों के प्रभारी निराला यादव, प्रेम गुप्ता, मदन शर्मा एवं निर्भय अंबेडकर ने विधायकों द्वारा बनाए गए सदस्यों का ब्योरा सौंपा। जगदानंद ने नसीहत दी कि सत्ता में आना है तो सबके साथ समन्वय बनाकर चलना होगा। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह एवं डॉ. तनवीर हसन भी मौजूद थे।
शनिवार को भी हुई थी बैठक
इसके पहले शनिवार को आरजेडी विधानमंडल दल की बैठक में इन नए पार्टी पदाधिकारियों को लेकर नाराजगी दिखी। कई विधायकों (MLAs) ने चुनावी साल में इस प्रयोग का विरोध किया तो तेजस्वी के भाई व लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) तथा अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) सहित कई विधायकों ने बैठक से किनारा कर लिया।
बजट सत्र की बनी रणनीति
विदित हो कि आरजेडी में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में पार्टी ने लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के परंपरागत मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण से किनारा कर लिया गया है। इस नई टीम के साथ तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आज राबड़ी देवी (Rabri Devi) के आवास पर बैठक की। बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर विमर्श मुख्य मुद्दा रहा। साथ ही, 24 फरवरी से बिहार में शुरू होने वाले बजट सत्र की रणनीति बनाने पर भी विचार हुआ।
विधानमंडल की बैठक में नए प्रयोग पर उठाए सवाल
इसके पहले शनिवार को आरजेडी विधानमंडल की बैठक में तेजस्वी और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (jagdanand Singh) की मौजूदगी में पार्टी के कई विधायकों ने चुनावी साल में इस नए प्रयोग पर सवाल उठाए तथा विधानसभा चुनाव में बड़े नुकसान की आशंका जताई। साहेबपुर कमाल के विधायक श्री नारायण यादव तथा खजौली के विधायक सीताराम यादव सहित कई विधायकों ने कहा कि पार्टी को जिस वक्त चुनावी तैयारियों में जुटना चाहिए था, संगठन के फेरबदल में लगी है। उन्होंने कहा कि इससे चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है। मुंगेर के विधायक विजय कुमार विजय ने आशंका जाहिर की।
विधानमंडल दल की बैठक में नहीं पहुंचे कई विधायक
राबड़ी देवी के आवास पर हुई विधानमंडल दल की बैठक में कई विधायक नहीं पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, उनके लिए करीब दो घंटे तक इंतजार के बाद विलंब से बैठक शुरू की गई। बैठक में नहीं पहुंचे विधायकों में आरजेडी में लालू परिवार से नाराज चल रहे लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय (Chandrika Rai) तथा लालू के बेटे तेज प्रताप यादव शामिल रहे। मधेपुरा के विधायक प्रो. चंद्रशेखर कई बार फोन किए जाने के बाद भी नहीं आए। माना जा रहा है कि वे मधेपुरा के पुराने जिलाध्यक्ष को किनारे कर दिए जाने से नाराज हैं। वहां अति-पिछड़ा वर्ग के नेता को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है। बैठक में फराज फातमी, प्रेमा चौधरी, महेश्वर यादव और अब्दुल बारी सिद्दीकी भी नहीं दिखे।