बिहार: दारोगा भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र वायरल: हंगामा-उपद्रव के बीच जैमर भी ले भागे परीक्षार्थी
बिहार में रविवार को दारोगा भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था जिसका प्रश्नपत्र वायरल हो गया था। आरा नवादा और जमुई जिले के कई परीक्षाकेंद्रों पर परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया
पटना, जेएनएन। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (बीपीएसएससी) की रविवार को हुई दारोगा लिखित प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्नपत्र दिनभर वाट्सएप पर वायरल होते रहे। प्रश्न पत्र लीक होने की खबरों के बीच आरा में अभ्यर्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर जमकर हंगामा किया। नवादा और आरा के दो केंद्रों से चार अभ्यर्थी गिरफ्तार भी किए गए हैं।
आरा में परीक्षार्थियों ने फाड़ीं कॉपियां, प्रश्नपत्र लेकर भागे
आरा के श्री जैन बाला विश्राम प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय में 15 मिनट देर से कॉपी बांटने पर परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा करते हुए कई परीक्षार्थियों की कॉपियां फाड़ दी, तो वहीं कुछ अभ्यर्थी प्रश्न पत्र लेकर स्कूल की बाउंड्री फांद कर भाग गए। इतना ही नहीं, केंद्र में लगा जैमर भी चुराकर ले गए। यहां से प्रश्न पत्र वायरल होने की संभावना है। बाद में पुलिस ने 10 छात्रों को गिरफ्तार किया गया।
नवादा में डीपीएस स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने पहली पाली की परीक्षा का बहिष्कार किया।
आयोग के विशेष कार्य पदाधिकारी अशोक प्रसाद ने बताया कि पहली पाली में जमुई, नवादा और आरा के एक-एक परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया है। प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना किसी भी जिले से प्राप्त नहीं हुई है।
कहा जा रहा है कि दूसरी पाली की परीक्षा सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। नवादा और आरा के जिला शिक्षा पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट द्वारा भेजी गई सूचना के आधार पर विभिन्न कारणों को लेकर आरा से दो और नवादा से दो अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है।
परीक्षा में शामिल होने के लिए 5.80 लाख अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था। 35 जिलों के 495 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी।
10 से 50 हजार तक लगती रही बोली
प्रश्न पत्र वायरल होने के बाद दूसरी पाली के अभ्यर्थियों को झांसे में लेने के लिए दलाल सक्रिय रहे। अभ्यर्थियों ने बताया कि अभ्यर्थियों को मोबाइल नंबर पर प्रश्न पत्र लीक होने की जानकारी के साथ आंसर भी उपलब्ध कराने के ऑफर दिए जा रहे थे। अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्न पत्र और आंसर-की के लिए 10 से 50 हजार रुपये तक की मांग की जाती रही। प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र से बाहर लाने की अनुमति नहीं थी।
अभ्यर्थियों को परीक्षा संपन्न होने के बाद ओएमआर शीट के साथ प्रश्न पत्र भी वीक्षक को सौंप देना था। दिलीप कुमार सहित कई अभ्यर्थियों ने बताया कि वायरल प्रश्न पत्र से पहली पाली की परीक्षा का मूल प्रश्न पत्र हूबहू मिल रहा था।
आरोप था कि केन्द्र पर ड्यूटी कर रहा एक कर्मी मोबाइल से प्रश्न पत्र को लीक कर रहा था। जमुई के आॅक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल में प्रश्न पत्र मिलने में हुई देरी पर हंगामा हुआ पर प्रशासनिक हस्तक्षेप से स्थिति सामान्य हो गई।
इस बीच बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के अोएसडी अशोक प्रसाद के मुताबिक कहीं से भी पेपर लीक नहीं हुआ है। आरा में कदाचार की नीयत से कुछ अभ्यर्थी प्रश्न पत्र लेकर भागे हैं।