एयरपोर्ट की सुरक्षा क्यूआरटी के हवाले
एयरपोर्ट की बाहरी सुरक्षा सीआइएसएफ के प्रशिक्षित जवानों की टीम क्विक रीस्पांस टीम को सौंप दी गई है।
पटना । एयरपोर्ट की बाहरी सुरक्षा सीआइएसएफ के प्रशिक्षित जवानों की टीम क्विक रीस्पांस टीम (क्यूआरटी) के हवाले कर दी गई है। टर्मिनल भवन को अभेद्य सुरक्षा कवच से कवर रखा गया है। व्यवस्था इस तरह की गई है कि यहां प¨रदा भी पर न मार सके। टर्मिनल भवन परिसर में बगैर टिकट के अंदर जाने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। टर्मिनल भवन के सामने लगातार चार घंटे तक दुश्मनों पर आक्रमण करने के पोजिशन में तीन-तीन जवानों को लगातार खड़ा रखा जा रहा है। पश्चिमी कोने पर यात्रियों के निकलने वाले गेट पर तथा ठीक बीच में स्थिर पोजिशन में दो-दो आधुनिक हथियारबंद जवानों को आक्रामक मुद्रा में खड़ा किया गया है। इसके अलावा परिसर में सीआइएसएफ जवानों को गश्ती पर लगाया गया है। मकसद एक ही है कि जैसे ही आतंकी प्रवेश करें तो उन्हें वहीं ढेर कर दिया जाए।
आम यात्रियों को इससे कोई परेशानी नहीं हो रही है। सुरक्षा जांच को और सख्त कर दिया गया है। जवानों की संख्या बढ़ाने के कारण सुरक्षा जांच में कोई अधिक समय नहीं लग रहा है। यात्री आसानी से सुरक्षा जांच करवाकर टर्मिनल भवन में जा रहे हैं। एयरपोर्ट बाउंड्री के अंदर भी चारों तरफ जवानों को चौकस रखा गया था। सीआइएसएफ के वरीय कमांडेंट विशाल दूबे स्वयं लगातार नजर बनाए हुए हैं। कर्मचारी को भी पूरी तरह चेक करने के बाद ही अंदर प्रवेश कराया जा रहा है। एयरपोर्ट निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया भी सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर लगातार कमांडेंट से बात कर रहे हैं। सुरक्षा को हर ओर से पुख्ता बनाया जा रहा है।