शहीद के मासूम बेटे ने जब मुखाग्नि देते हुए कहा- आग से जल जाएंगे मेरे पापा, रो पड़े लोग
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवान रतन कुमार ठाकुर की अंत्येष्टि के समय जब मुखाग्नि देने की बारी आई तो उनके चार साल के बेटे ने कहा-मेरे पापा आग से जल जाएंगे।
पटना, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा इलाके में आतंकियों के हमले में शहीद रतन कुमार ठाकुर का पार्थिव शरीर जब घर पहुंचा तो न तो उसे उनकी पत्नी देख पायी और न ही उनका चार साल का बेटा कृष्णा ही देख पाया। जब पार्थिव शरीर अंत्येष्टि के लिए घाट पर लाया गया तो कृष्णा ने अपने शहीद पिता को देखा।
गहरी नींद में सोये चार साल के कृष्णा को चाचा गोद में उठाकर गंगा घाट पहुंचे थे जहां उसे अपने पिता को मुखाग्नि देनी थी। घाट पर गगनभेदी नारों के बीच जब कृष्णा की नींद खुली तो वो हैरान और परेशान हो गया। चाचा मिलन कुमार ठाकुर उसे समझाते रहे मगर वो मां और पापा के पास जाने की जिद करता रहा।
इस बीच गार्ड ऑफ ऑनर के बाद उसे मुखाग्नि देने के लिए ले जाया गया। चाचा के कंधे पर मुखाग्नि देने पहुंचे कृष्णा ने एक बार में ही अपने पापा को पहचान लिया। उसने कहा कि बचा लो, आग से तो मेरे पापा जल जायेंगे। इतना सुनते ही वहां पर मौजूद लोगों के धैर्य का बांध टूट गया। चाचा सहित मौजूद सारे लोगों फूट-फूटकर रोने लगे।
जैसे-तैसे चाचा ने कृष्णा से मुखाग्नि दिलाकर उसे मामा के हवाले किया। दो दिनों से पिता के आने का इंतजार कर रहे कृष्णा का चेहरा गंगा घाट पर मौजूद हरेक से एक ही सवाल पूछ रहा था कि आखिर उसके पापा के साथ ऐसा क्या हुआ?
वहीं, बेसुध पत्नी राजनंदिनी ने जब घर वालों के सामने जिद की तो ससुर रामनिरंजन ठाकुर अमडंडा पुलिस की मदद से उसे कहलगांव घाट लेकर गये। जहां उन्होंने शहीद रतन को अंतिम बार देखा। पति के वियोग में बेसुध राजनंदिनी को लोगों ने समझा-बुझाकर घर भेज दिया।