शताब्दी समारोह: वीसी बोले- पीएम का चैलेंज स्वीकार, छात्रों को मिली निराशा
पटना विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चैलेंज को स्वीकार करता है। देश के टॉप-10 में पीयू शामिल होगा या नहीं, यह भविष्य बताएगा।
पटना [जेएनएन]। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी प्रसाद सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दर्जे के बजाए टॉप-10 में शामिल होकर 10 हजार करोड़ के फंड से लाभ लेने के सवाल पर कहा कि विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री का चैलेंज स्वीकार करता है। हम सीमित साधन में ही पुराना गौरव पाएंगे। देश के टॉप-10 में पीयू शामिल होगा या नहीं, यह भविष्य बताएगा।
उन्होंने आगे कहा कि शैक्षणिक माहौल एक या दो दिन में नहीं बदलता है। चंद माह में ही रोडमैप के अनुसार काम का असर दिखने लगेगा। हम प्रधानमंत्री जी के उम्मीद पर खर जरूर उतरेंगे।
कुलपति ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री समारोह में शामिल होकर विश्वविद्यालय परिवार का मान बढ़ाया है। शिक्षकों और विद्यार्थियों को उम्मीद थी कि 100 साल पूरा होने के अवसर पर प्रधानमंत्री सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की घोषणा करेंगे।
रासबिहारी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री को खूबियां बता रहे थे तो छात्रों और शिक्षकों ने अपनी सहमति से उन्हें बल दिया। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए अपनी सोच विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच रख दी है। केंद्र सरकार जब जरूरत समझे दर्जा दे। विश्वविद्यालय बेहतरी के लिए कमर कस चुका है।