पटना व मगध विश्वविद्यालय से कर सकेेंगे डिस्टेंस कोर्स, मिली नामांकन की अनुमति Patna News
पटना विश्वविद्यालय और मगध विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) को यूजीसी से एक साल के लिए अनुमति दे दी है।
By Edited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 01:44 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 03:36 PM (IST)
पटना, जेएनएन। पटना विश्वविद्यालय और मगध विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) को यूजीसी के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने सत्र 2019-20 में नामांकन लेने के लिए मान्यता बहाल कर दिया है। दोनों विश्वविद्यालयों को मान्यता केवल एक साल के लिए दिया गया है। तीन साल बाद फिर डीडीई में नामाकन प्रक्रिया शुरू होगी। डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने पीयू के डीडीई को 15 कोर्स तथा एमयू में आठ कोर्स में नामाकन लेने की अनुमति प्रदान की है।
इसकी अधिसूचना डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने अपनी वेबसाइट (www.ugc.ac.in/deb)पर अपलोड कर दिया है। पटना विश्वविद्यालय डीडीई की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. दीप्ति कुमारी ने बताया कि मान्यता मिलने के बाद नए सत्र की तैयारी शुरू कर दी गई है। नए सत्र में कुल 15 पाठ्यक्रमों को डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो से मान्यता मिली है, जिसमें 13 विषयों में बीए के अलावा बीसीए और बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंस शामिल है। पीजी डिप्लोमा स्तर के चार पाठ्यक्रम में भी नामांकन को अनुमति दी गई है।
डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो के नोटिफिकेशन के अनुसार अगले साल पीयू और एमयू को कोर्स संचालन की मान्यता नहीं मिलने की स्थिति में भी सत्र 2019-20 में नामांकित छात्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। इनका कोर्स निर्धारित अवधि तक संचालित किए जाएंगे, जिसे यूजीसी की मान्यता रहेगी। 15 से नामांकन के लिए जाएंगे आवेदन पीयू के डीडीई में नए सत्र में नामाकन की प्रक्रिया 15 जुलाई से शुरू होगी। आवेदन की 31 अगस्त तक स्वीकार किए जाएंगे।
डॉ. दीप्ति ने बताया कि यूजीसी के मानकों के अनुरूप पूरी व्यवस्था की जाएगी। विद्यार्थियों की काउंसिलिंग कक्षाओं के लिए पटना कॉलेज और मगध महिला कॉलेज में अध्ययन केंद्र स्थापित किए गए हैं। एमयू में इन कोर्सो को मिली मान्यता मगध विश्वविद्यालय में तीन साल से नामांकन बंद है। सत्र 2019-20 में बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस, एमए हिंदी, एमए हिस्ट्री, एमए इकोनॉमिक्स, एमए पॉलिटिकल साइंस, एमए साइकोलॉजी, एमए सोशियोलॉजी, मास्टर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस शामिल हैं। पीयू में इन कोर्सो को मिली मान्यता पटना विश्वविद्यालय के डीडीई सत्र 2019-20 में बीसीए, बीए प्राचीन इतिहास, बीए इकोनॉमिक्स, बीए अंग्रेजी, बीए भूगोल, बीए ¨हदी, बीए इतिहास, बीए दर्शनशास्त्र, बीए राजनीतिक विज्ञान, बीए मनोविज्ञान, बीए सांख्यिकी, बीए उर्दू, बीकॉम तथा बैचलर ऑफ लाइब्रेरी शामिल है।
इसकी अधिसूचना डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने अपनी वेबसाइट (www.ugc.ac.in/deb)पर अपलोड कर दिया है। पटना विश्वविद्यालय डीडीई की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. दीप्ति कुमारी ने बताया कि मान्यता मिलने के बाद नए सत्र की तैयारी शुरू कर दी गई है। नए सत्र में कुल 15 पाठ्यक्रमों को डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो से मान्यता मिली है, जिसमें 13 विषयों में बीए के अलावा बीसीए और बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंस शामिल है। पीजी डिप्लोमा स्तर के चार पाठ्यक्रम में भी नामांकन को अनुमति दी गई है।
डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो के नोटिफिकेशन के अनुसार अगले साल पीयू और एमयू को कोर्स संचालन की मान्यता नहीं मिलने की स्थिति में भी सत्र 2019-20 में नामांकित छात्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। इनका कोर्स निर्धारित अवधि तक संचालित किए जाएंगे, जिसे यूजीसी की मान्यता रहेगी। 15 से नामांकन के लिए जाएंगे आवेदन पीयू के डीडीई में नए सत्र में नामाकन की प्रक्रिया 15 जुलाई से शुरू होगी। आवेदन की 31 अगस्त तक स्वीकार किए जाएंगे।
डॉ. दीप्ति ने बताया कि यूजीसी के मानकों के अनुरूप पूरी व्यवस्था की जाएगी। विद्यार्थियों की काउंसिलिंग कक्षाओं के लिए पटना कॉलेज और मगध महिला कॉलेज में अध्ययन केंद्र स्थापित किए गए हैं। एमयू में इन कोर्सो को मिली मान्यता मगध विश्वविद्यालय में तीन साल से नामांकन बंद है। सत्र 2019-20 में बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस, एमए हिंदी, एमए हिस्ट्री, एमए इकोनॉमिक्स, एमए पॉलिटिकल साइंस, एमए साइकोलॉजी, एमए सोशियोलॉजी, मास्टर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस शामिल हैं। पीयू में इन कोर्सो को मिली मान्यता पटना विश्वविद्यालय के डीडीई सत्र 2019-20 में बीसीए, बीए प्राचीन इतिहास, बीए इकोनॉमिक्स, बीए अंग्रेजी, बीए भूगोल, बीए ¨हदी, बीए इतिहास, बीए दर्शनशास्त्र, बीए राजनीतिक विज्ञान, बीए मनोविज्ञान, बीए सांख्यिकी, बीए उर्दू, बीकॉम तथा बैचलर ऑफ लाइब्रेरी शामिल है।
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