हिरणों से आबाद है राजगीर में प्रस्तावित जू सफारी, देश-विदेश से आते हैं पर्यटक
जू सफारी के लिए बजट में साठ करोड़ का प्रावधान किए जाने से राजगीरवासियों में खुशी की लहर है। इससे यहां रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
नालंदा [जेएनएन]। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी में जू सफारी के लिए बजट में साठ करोड़ का प्रावधान किए जाने से राजगीरवासियों में खुशी की लहर है। इससे यहां रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। चूंकि, राजगीर की अर्थव्यवस्था पर्यटन आधारित है, इसलिए जू सफारी यहां काफी प्रभावी होगा।
राजगीर में पर्यटन का सीजन अभी सिर्फ चार माह होता है। यहां देश विदेश से पर्यटक आते हैं। जू सफारी के विकसित होने से पर्यटकों का आवागमन बाकी के माह में भी होने की उम्मीद जगी है।
यहां विकसित होगी
सोन भंडार जाने वाले मार्ग में स्थित मृग विहार को जू सफारी के रूप में विकसित किया जाना है । इसमें अभी साढे तीन सौ से भी अधिक की संख्या में विभिन्न प्रजातियों के हिरणों की चहल-पहल देखी जाती है। वन्य जू सफारी राजगीर की पंच पहाडिय़ों में शुमार सोनागिरी पर्वत की नैसर्गिक वादियों में 1992 में विकसित हिरणों के प्रजनन केन्द्र सह मृग विहार को मनोरम बनाएगी। 191 हेक्टेयर की सफारी में 72 हेक्टेयर क्षेत्रफल में मृग विहार समाहित रहेगा।
जू सफारी की बनाने के लिए वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के प्रावधानों के तहत राज्य व राष्ट्रीय वन्य पर्षद तथा केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण की अनुशंसा सह अनुमति प्राप्त कर ली गई है। इसके निर्माण में केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
फोटोग्राफरों के लिए भी सुविधा
सफारी में देश-विदेश के पर्यटकों के साथ प्रोफेशनल एवं शौकिया वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर के लिए एक समुचित व सुविधाओं से लैस स्थान भी होगा। जहां वे पूरी दुनिया को एक सचित्र विवरण दे सकेंगे। सफारी के लिए पृथक प्रशासनिक इकाई एवं 97 पदों का सृजन होना है। सफारी में बाघ, शेर, भालू, हिरण, चीतल, सांभर आदि के अलावा विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के लिए एक एवियरी तथा तितलियों का एक पार्क भी होगा।
माइक्रो टेलीस्कोप लगेगा
जू सफारी का आकाशीय दर्शन के लिए वैभारगिरी पर्वत पर माइक्रोटेलीस्कोप स्थापित किया जाएगा। जहां से पर्यटक इसके तलहटी में जू सफारी के कोने-कोने में विचरण कर रहे वन्यप्राणियों का नजारा देख सकेंगे। वहीं रिसेप्शन सह ओरिएन्टेशन जोन में प्रवेश द्वार, टिकट काउंटर सह रिसेप्शन, ओरिएन्टेशन सेंटर, इंटरप्रेशन सेंटर, ऑडिटोरियम एवं एम्फीथियेटर, बस पड़ाव तथा प्रतीक्षालय, रेस्टॉरेंट होगा। साथ ही मैनेजमेंट जोन मे एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, अस्पताल व लघु अतिथिगृह का भी निर्माण कराया जाएगा।
प्रस्तावित जू सफारी पर एक नजर
शेर पार्क- 20.54 हेक्टेयर
बाघ सफारी - 20.50 हेक्टेयर
तेंदुआ सफारी - 20.63 हेक्टेयर
भालू सफारी -20. 60 हेक्टेयर
हर्बिवोर सफारी - 45.62 हेक्टेयर
पक्षियों की एवियरी - 10.74 हेक्टेयर
तितलियों का पार्क - 0.38 हेक्टेयर