यौनशोषण मामले में फरार RJD MLA की परेशानी बढ़ी, पटना की जमीन की भी होगी कुर्की जब्ती
यौनशोषण मामले में राजद विधायक अरुण यादव की परेशानी बढ़ गई है। अब उनकी पटना की जमीन भी कुर्क होगी। भोजपुर एसपी सुशील कुमार ने बताया कि बैंक खाते को भी फ्रीज किया जा चुका है।
आरा, जेएनएन। भोजपुर व पटना के चर्चित दुष्कर्म मामले में फरार चल रहे भोजपुर जिले के संदेश विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक अरुण यादव की पटना स्थित जमीन (अचल संपत्ति) भी बहुत जल्द कुर्क होगी। कार्रवाई के लिए पटना डीएम के पास अंचल संपत्ति से संबंधित प्रतिवेदन समर्पित किया जा चुका है।
एसपी सुशील कुमार के अनुसार, जिला अवर निबंधक, पटना, दानापुर एवं फुलवारीशरीफ से विधायक की अचल संपत्ति से संबंधित ब्योरा प्राप्त किया गया है। दस्तावेज संख्या 529 से पाटलिपुत्र कॉलोनी, पटना में करीब साढ़े तीन कट्ठा जमीन का पता चला है। यह जमीन विधायक के नाम पर है। इसका सरकारी मूल्य करीब तीन करोड़ 71 लाख रुपये आंका गया है।
भोजपुर जिले के आरा अनुमंडल के अगिआंव प्रखंड में कुल 15 एकड़ जमीन को कुर्क किया जा चुका है। पांच मौजा स्थित 19 प्लॉट पर जमीन जब्त करने संबंधी बोर्ड लगाया जा चुका है। अभी तक सरकारी दर के अनुसार करीब पांच करोड़ की अचल संपत्ति का पता चला है। बाजार मूल्य इससे ढाई गुना अधिक है।
बकौल एसपी स्थानीय रूप से फरार घोषित विधायक के नाम से भोजपुर के बरूणा स्थित पंजाब नेशनल बैंक, नारायणपुर, अगिआंव स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक तथा उदवंतनगर के पियनियां स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में खाता मिला है। इन बैंकों में जमा 14 लाख 80 हजार रुपये फ्रीज किया जा चुका है। वांछित विधायक के विरुद्ध अभी तक रंगदारी, हत्या और आम्र्स एक्ट समेत अन्य मामलों से जुड़े 13 गंभीर केस मिले हैं। साल 2010 से लेकर 2018 के बीच काफी संपत्ति अर्जित की गई है।
2005 के बाद से वांछित आरोपी विधायक द्वारा अवैध तरीके से अर्जित चल एवं अचल संपत्ति की जांच के लिए पीएमएलए के तहत आर्थिक अपराध इकाई, पटना एवं ईडी को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। फरार विधायक की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी चल रही है। दंड प्रकिया संहिता की धारा 299 के तहत विधायक के विरुद्ध फरारी रॉल भी कोर्ट में समर्पित हो चुका है।
विदित हो कि अनैतिक व्यापार अधिनियम एवं पॉक्सों के तहत विधायक पर 19 जुलाई 2019 को आरा टाउन थाना में केस दर्ज हुआ था। इसमें दो नामजद आरोपी बनाए गए थे। अनुंसधान में राजद विधायक समेत चार का नाम आया था। इसमें केवल राजद विधायक नौ महीने से फरार हैं।