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बिहार के जेलों में बंद कैदी 21 माह बाद नजर भर देख सकेंगे अपनों को, जानिए कैसी होगी व्‍यवस्‍था

कोरोना संक्रमण के कम होते ही अब जेलों में बंद कैदियों को भी थोड़ी छूट देने की योजना को अमलीजामा पहनाने की कोशिश शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 21 माह से जेल में बंद कैदी अपने जिगर के टुकड़ों से भी नहीं मिल सके हैं।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 06 Nov 2021 03:16 PM (IST)Updated: Sat, 06 Nov 2021 03:16 PM (IST)
बिहार के जेलों में बंद कैदी 21 माह बाद नजर भर देख सकेंगे अपनों को, जानिए कैसी होगी व्‍यवस्‍था
केंद्रीय कारा बेउर में भी जल्‍द शुरू होगी कैदियों से मुलाकात। फाइल फोटो

पटना, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण (Corona Pandemic) के कम होते ही अब जेलों में बंद कैदियों को भी थोड़ी छूट देने की योजना को अमलीजामा पहनाने की कोशिश शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 21 माह से जेल में बंद कैदी अपने जिगर के टुकड़ों से भी नहीं मिल सके हैं। लगातार कैदियों और स्‍वजनों की ओर से कारा प्रशासन पर मुलाकाती को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। कारा प्रशासन की ओर से अब कैदियों को मुलाकाती की छूट दो से तीन दिनों में मिल जाएगी। लेकिन जेल के बाहर मिलने वालों की भीड़ न जमा हो जाए इसके लिए सभी मुलाकातियों को कैदियों से मिलने के लिए पहले ही निबंधन कराने को कहा गया है। फिलहाल सौ लोगों से अधिक मुलाकातियों को जेल के अंदर जाने नहीं दिया जाएगा। धीरे-धीरे इनकी संख्या संख्या बढ़ाई जा सकती है। मुलाकाती शुरू करने के लिए जेल प्रशासन की ओर से मुलाकाती कक्ष की साफ-सफाई भी शुरू करवा दी गई है। 

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स्‍लाट बुंकिंग के बाद ही कर सकेंगे मुलाकात 

इस संबंध में केन्द्रीय कारा बेउर (Central Jail Beur) के काराधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया ने बताया कि पहले चरण में मुलाकातियों को स्लाट बुक कराना होगा। ई मुलाकाती के लिए पहले पंजियन कराना अनिवार्य कर दिया गया है। पंजियन के लिए एनपीआईपी (National Prisons Information Portal) के ई प्रिजंस.एनआईसी.इन (eprisions.nic.in) पर जाना होगा। यहां जाकर ई मुलाकात के विकल्प को चुनना होगा। यहां दिए गए सभी विकल्पों को सही तरीके से भरना होगा। काराधीक्षक ने कहा कि मुलाकाती कक्ष की साफ-सफाई का निर्देश दिया गया है।

बीच में शीशे की दीवार, फोन पर करेंगे बात 

मुलाकाती कक्ष के एक सिरे पर कैदी होंगे तो दूसरे सिरे पर उनसे मिलने वाले रहेंगे। बीच में दीवार के रूप में मोटा शीशा लगा रहेगा। दोनों तरफ फोन रखा रहेगा। कोई भी कैदी अथवा मुलाकाती अपने मुलाकातियों को देख सकेंगे। उन्हें बात करने की आजादी होगी परंतु वे चाहें तो भी कोई सामान अथवा नकदी नहीं दे सकेंगे। पूरे मुलाकाती कक्ष में सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। इससे कैदियों पर गंभीरता पूर्वक नजर रखी जा सकेगी? मुलाकाती के साथ ही कैदियों जेल के अंदर पका हुआ सामान भी भेज सकेंगे।


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