New Year 2020 Celebration Preparation: नए साल के जश्न में डूबा बिहार, यहां मौज-मस्ती के पूरे इंतजाम
New Year 2020 Celebration Preparation नए साल की मस्ती में बिहार डूब चुका है। लोग वर्षांत से 2020 के स्वागत में जुट गए हैं। पटना भागलपुर मुजफ्फपुर सब जगह एक जैसा हाल है।
पटना, जेएनएन। New Year 2020 Celebration Preparation: नए साल की मस्ती में बिहार डूब चुका है। लोग वर्षांत से 2020 के स्वागत में जुट गए हैं। बात राजधानी पटना की हो या भागलपुर, गया व मुजफ्फरपुर जोन की हो। यूं कहें कि बिहार का कोना-कोना नए साल का स्वागत कर रहा है। पटना में पटना जू, चिल्ड्रेन पार्क, राजधानी वाटिका, इको पार्क, तारामंडल से लेकर भागलपुर प्रक्षेत्र में कंपनी बाग, भीमबांध, खड़गपुर झील, गया के बाेधगया व सासाराम की पहाड़ी तक हर जगह नए साल पर पिकनिक मनाने लोग जुट गए हैं।
ये हैं बिहार में नए साल के जश्न के हॉट स्पॉट्स
पटना प्रक्षेत्र
इको पार्क : अन्य दिनों की अपेक्षा नये साल के पहले दिन इको पार्क में प्रवेश शुल्क बढ़ा दिया गया है। यहां आपको व्यस्क के लिए 50 रुपये और बच्चों के लिए 25 रुपये प्रवेश शुल्क देना पड़ रहा है।
हार्डिंग पार्क: चारों तरफ हरे-भरे विभिन्न किस्म के पेड़ों से घिरे हार्डिंग पार्क में पिकनिक का मजा उठा रहे हैं। पार्क सुबह 8:30 बजे से लेकर शाम के 6:30 बजे तक खुला रहेगा। नये साल के पहली जनवरी को यहां 25 रुपये और 10 रुपये प्रवेश शुल्क रखा गया है। बच्चों के लिए यहां पर कई प्रकार के झूले लगे हुए हैं। इसमें मिकी माउस, टै्रकूलिन, साइकिलिंग जैसे झूले शामिल हैं।
पटना जू: पहली जनवरी को पटना जू घूमने के लिए वयस्क को 100 रुपये और बच्चों का 50 रुपये टिकट लग रहा है। अन्य दिनों में पटना जू में प्रवेश के लिए व्यस्क 30 और बच्चों का 20 रुपये प्रवेश शुल्क देना पड़ता है।
तारामंडल: नये साल को देखते हुए सामान्य दिनों की अपेक्षा पहली जनवरी को पटना के तारामंडल में चार शो की जगह छह शो चलाए जा रहे हैं। तारामंडल में खगोल विज्ञान से संबंधित विषयों पर एक फिल्म दिखाई जाती है। इसमें अंतरिक्ष के बारे में बताया जाता है। पृथ्वी के निकट के ग्रह, सौर मंडल, उपग्रह, ग्रह, तारे के बारे में रोचक जानकारियां दी जाती हैं।
साइंस सेंटर : श्री कृष्ण साइंस सेंटर में नये साल में चलने वाले थ्री डी शो की संख्या बढ़ा दी गई है। सामान्य दिनों में यहां पर 7-8 शो चलते हैं। पहली जनवरी को यहां पर शो 15 से 16 शो चलाए जा रहे हैं।
विज्ञान परिसर: विज्ञान परिसर में लोग, खासकर बच्चे स्पेस ऑन स्फेयर का आनंद उठा रहे हैं। इस शो में शो की संख्या बढ़ी रहेगी। इसमें 13 से 14 शो दिखाये जा रहे हैं।
गंगा की सैर: नये साल को यादगार बनाने के लिए बिहार पर्यटन विकास निगम की ओर से एमवी कौटिल्य जहाज सिर्फ 100 रुपये में गंगा की सैर करा रहा है। यह गांधी घाट से लेकर कंगन घाट तक गंगा के मनोरम दृश्य को आपके लिए यादगार बना रहा है। इसमें लोग एक घंटे तक गंगा की सैर का आनंद ले रहे हैं।
भागलपुर प्रक्षेत्र
भीमबांध: गर्म पानी के बहते सोते का आनंद लेने वाले मुंगेर जिला के भीमबांध में नए साल के आनंद ले रहे हैं। यह वन क्षेत्र प्राचीन गाथाओं से भी जुड़ा है। कहा जाता है कि महाभारत काल में भीम अज्ञातवास के दौरान इसी जगह ठहरे थे।
खड़गपुर झील: पिकनिक के लिए यह भी मनोरम स्थल है। मुंगेर के हवेली खड़गपुर में पहाडि़यों के बीच खड़गपुर झील को दरभंगा महाराज ने बनवाया था। इस झील की छटा देखते ही बन रही है।
गंगा डॉल्फिन अभयारण्य: भागलपुर में गंगा डॉल्फिन अभयारण्य भी नए साल के बेस्ट प्लेस माना जाता है। यहां भी लोग काफी संख्या में पहुंचे हैं। भागलपुर के सुल्तानगंज से कहलगांव के बीच डॉल्फिन को देखकर लोग नए साल का लुत्फ उठाते हैं। हालांकि, लोग नए साल के अलावा ठंड के मौसम में देखने के लिए समय-समय पर पहुंचते रहते हैं।
महर्षि मेंहीं आश्रम: भागलपुर में कुप्पा घाट भी रमणीक स्थल से कम नहीं है। गंगा तट पर अवस्थित कुप्पा घाट में ही महर्षि मेंहीं दास का आश्रम है। आश्रम के अंदर एक सुरंग है। कहा जाता है कि कभी यह सुरंग मुंगेर को जोड़ती थी। लेकिन अब पहले वाली बात नहीं रही।
अजगैवीनाथ धाम: सुल्तानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर अवसिथत अजगैबी नाथ को कौन नहीं जानता है। यहीं से गंगा जल लेकर श्रद्धालु देवघर जाकर बाबा भोलेनाथ पर अर्पित करते हैं। नए साल के अवसर पर लोग यहां पूजा करने आए हैं। वे गंगा की अविरल धारा का भी लुत्फ उठा रहे हैं।
मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र
यहां भी लोग नए साल के स्वागत में डूब गए हैं। शहर के बीच में पार्कों एवं खुले मैदानों में लोग नए स्वागत के जश्न मना रहे हैं। नववर्ष पर यहां भीड़ उमड़ पड़ी है। इसके अलावा होटल, रेस्टोरेंट, क्लब अादि जगहों पर भी नए साल के स्वागत में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। मोतीझील, कल्याणी, तिलक मैदान, इस्लामपुर अादि जगहों पर भी लोग पिकनिक मनाते दिख रहे हैं।
गया प्रक्षेत्र
गया में भी नए साल पर घूमने के लिए कई ऐतिहासिक जगहें हैं। बोधगया, नालंदा के खंडहर, राजगीर आदि स्थलों पर लोग पहुंचे हुए हैं। राजगीर गरम कुंड के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि, बोधगया हो या नालंदा के खंडहर में सालोंभर लोग आते हैं। विदेशी पर्यटकों का भी आना लगा रहता है। लेकिन नववर्ष के जश्न का अपना ही मजा है।