चुनाव आयोग ने शुरू की लोकसभा चुनाव की तैयारियां, बूथों पर घटी वोटरों की संख्या
चुनाव आयोग ने बिहार में लोकसभा चुनाव की तैयारियां श्ाुरू कर दी हैं। इसकी कड़ी में बुधवार को जिलाधिकारियों और राजनीतिक दलों के नुमाइंदों की कार्यशाला होने जा रही है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आयोग ने इसी कड़ी में बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारियों और चुनाव प्रक्रिया जुड़े कर्मियों और राजनीतिक दलों के नुमाइंदों की कार्यशाला आयोजित करने जा रहा है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लेकर आयोग की तैयारियों के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि पहली सितंबर से मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान शुरू किया गया है। वर्तमान में कुल मतदाताओं की संख्या करीब सात करोड़ (69738208) हो गई है। इसमें 36958241 पुरुष और 32777668 महिला शामिल हैं। अन्य मतदाताओं की संख्या 2299 है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम, वीवीपैट तथा नए सृजित मतदान केंद्रों सहित अन्य बिंदुओं पर जानकारी दी। बताया कि पहली जनवरी 2019 के आधार पर मतदाता सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान शुरू किया गया है।
अब 1400 मतदाता पर एक बूथ
पूर्व में प्रति बूथ 1600 मतदाता सूचीबद्ध होते थे, लेकिन वीवी पैट मशीनों के कारण अब प्रति बूथ 1400 मतदाता सूचीबद्ध किए जाएंगे। मतदान केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है। तदनुसार वर्ष 2018 में जहां 62 हजार अनुमोदित मतदान केंद्र थे, वहां अब युक्तिकरण के दौरान नए 9943 मतदान केंद्र्र बढ़ गए हैं। अब कुल मतदान केंद्रों की संख्या 72743 हो गई है। 1023 मतदान केंद्रों का स्थल परिवर्तन हुआ है।
बीएलए की सूची शीघ्र उपलब्ध कराएं
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों के नुमाइंदों से शीघ्र बीएलए की सूची उपलब्ध कराने का आग्रह किया। उन्होंने ने बताया कि नवपंजीकृत सभी निर्वाचको को निश्शुल्क रंगीन मतदाता कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। पहली सितंबर को मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित कर दिया गया है।
इस ड्राफ्ट पर 31 अक्तूबर तक दावा-आपत्तियां ली जाएंगी। इस अवधि में कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने, उसमें सुधार कराने अथवा किसी नाम को विलोपित (डिलीट) कराने हेतु निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी के समक्ष विहित प्रारूप में दावा या आपत्ति दायर कर सकेगा। इन दावा-आपत्तियों का 30 नवंबर तक निबटारा कर डाटाबेस का अपडेशन करते हुए चार जनवरी 2019 तक अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी जाएगी। इसी मतदाता सूची के आधार पर आगामी लोकसभा चुनाव होगा।