गले मिले दी एक-दूसरे को बकरीद की बधाई
त्याग और बलिदान के पर्व ईद-उल-जोहा (बकरीद) पर मुस्लिम समाज के लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर बधाई दी।
पटना । त्याग और बलिदान के पर्व ईद-उल-जोहा (बकरीद) पर मुस्लिम समाज के लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर बधाई दी। गांधी मैदान में आयोजित मुख्य नमाज में हजारों लोगों ने नमाज अदा की। गवर्नमेंट मदरसा इस्लामिया शमसूल होदा के प्राचार्य मसहूद अहमद कादरी नादवी ने नमाज पढ़ी। इस दौरान अल्लाह हू अकबर से गांधी मैदान गूंज उठा। डॉ. आरिफ महबूब, महमूद आलम ने नमाज के आयोजन में मुख्य भूमिका निभाई।
जिलाधिकारी कुमार रवि, एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी डी. अमरकेश, एसडीएम सुहर्ष भगत गांधी मैदान के साथ जिला के सभी क्षेत्रों के बारे में पल-पल की जानकारी लेते रहे। सुबह आठ बजे गांधी मैदान में नमाज शुरू हो गई। सीसीटीवी से गांधी मैदान के साथ-साथ शहर के सभी क्षेत्रों की निगरानी की जा रही थी। गांधी मैदान के सभी गेट पर दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी तैनात थे। नमाज स्थल गांधी मैदान पुलिस छावनी में तब्दील था। वीडियोग्राफी भी कराई गई।
300 स्थानों पर थी मजिस्ट्रेट की तैनाती
जिले के 300 स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी तैनात किए गए थे। गश्ती दल की भी तैनाती की गई थी। पटना सिटी और फुलवारीशरीफ को अतिसंवेदनशील मानकर प्रशासन सतर्क था। जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि जिले के सभी क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है। उन्होंने जिलेवासियों को बकरीद की बधाई देते हुए शांति एवं भाईचारा के साथ त्योहार मनाने की अपील की। एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि पुलिस की हर क्षेत्र में नजर है। सोशल मीडिया से लेकर सभी नमाज स्थलों की निगरानी की जा रही है।
मजहब से ऊपर उठकर करें जान-माल और इज्जत-आबरू की हिफाजत
मजहब से ऊपर उठकर जान-माल और इज्जत-आबरू की हिफाजत करें। इस्लाम मजहब में भेदभाव नहीं करता है। मुल्क में रहने वाला हर इंसान एक दूसरे का भाई है। गरीबों की मदद कर उसके जीवन में खुशहाली लाएं। इंसानियत धर्म से भी ऊपर होती है। इस्लाम धार्मिक भावना से ऊपर उठकर भाईचारा के साथ रहने की सीख देता है।