राजनीति छोड़ेंगे प्रशांत किशोर? बिहार में नहीं खुला खाता तो सोशल मीडिया यूजर्स बोले- 'ई त गजब हो गईल'
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election Result) में प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) की जन सुराज पार्टी को निराशा हाथ लगी। 234 सीटों पर उम्मीदवार उतारने के बावजूद, पार्टी एक भी सीट जीतने में विफल रही। सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई, क्योंकि प्रशांत किशोर का जदयू पर किया गया दावा गलत साबित हुआ। जदयू 80-85 सीटों पर आगे है, जिसके बाद लोग उनसे राजनीति छोड़ने के वादे को याद दिला रहे हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी खाता तक नहीं खोल पाई।
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों में चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) की जन सुराज पार्टी को करारा झटका लगा है। पार्टी ने 234 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन मतगणना के दौरान शुरुआती बढ़त गंवाने के बाद अब एक भी सीट पर आगे नहीं चल रही है। एनडीए की भारी जीत के बीच जन सुराज का खाता खुलता नहीं दिख रहा, जिससे सोशल मीडिया पर मीम्स और ट्रोलिंग का दौर शुरू हो गया है। यूजर्स 'ई तो गजब हो गईल' जैसे कमेंट्स कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया था कि जदयू को 25 सीटों से ज्यादा नहीं मिलेंगी। उन्होंने कहा था कि अगर जदयू 25 से अधिक सीटें जीती तो वे राजनीति छोड़ देंगे। अब रुझानों में जदयू 80 से 85 सीटों पर मजबूत बढ़त बनाए हुए है, जिससे उनका पुराना वीडियो वायरल हो गया है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या पीके अपना वादा निभाएंगे और राजनीति से संन्यास ले लेंगे? पार्टी के कई दिग्गज उम्मीदवार, जैसे करगहर से रितेश रंजन, चनपटिया से मनीष कश्यप एनडीए प्रत्याशियों से हजारों वोटों से पीछे चल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर जन सुराज की हार को लेकर मीम्स की बाढ़ आ गई है। कुछ यूजर्स प्रशांत किशोर की रणनीति पर तंज कस रहे हैं तो कुछ उनके पुराने बयान को याद दिला रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'पीके ने कहा था जदयू 25 से ऊपर गई तो राजनीति छोड़ देंगे, अब तो जदयू 85 पार कर गई!' पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यह नई राजनीति लाने की कोशिश थी, लेकिन लोग समझ नहीं पाए। मतगणना जारी है, लेकिन जन सुराज के लिए उम्मीदें अब खत्म सी नजर आ रही हैं।

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