RJD ने तेज प्रताप को दिखाई औकात: पटना में पार्टी के पोस्टर से रहे नदारद, लालू-राबड़ी के साथ नजर आए तेजस्वी व जगदानंद
Poster War in RJD बिहार की राजनीति में हाल में आरजेडी के कई पोस्टर चर्चा में रहे हैं। पार्टी के ताजा पोस्टर में लालू यादव एवं राबड़ी देवी के साथ तेजस्वी यादव तो नजर आ रहे हैं लेकिन तेज प्रताप यादव को जगह नहीं मिली है।
पटना, आनलाइन डेस्क। Poster War in RJD बीते कुछ दिनों से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में पोस्टर की सियायत (Politics of Poster) चल चल रही है। कुछ दिनों पहले छात्र आरजेडी के एक पोस्टर में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) गायब थे। ताजा मामला मंगलवार को आरजेडी के पटना कार्यालय में आयोजित पार्टी के मिलन समारोह का है। इसे लेकर लगाए गए पोस्टर-बैनर से तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) गायब हैं। पोस्टर-बैनर पर लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) व राबड़ी देवी (Rabri Devi) के साथ तेजस्वी यादव नजर आ रहे हैं। पोस्टर पर तेज प्रताप की अदावत झेल रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) भी हैं।
खगड़िया नप अध्यक्ष सीता कुमारी व मनोहर यादव का स्वागत
आजेडी के पटना स्थित पार्टी कार्यालय में मंगलवार को मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसमें खगड़िया नगर परिषद अध्यक्ष सीता कुमारी तथा उनके पति व पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष मनोहर यादव का पार्टी में स्वागत किया गया। मनोहर यादव खगड़िया में रणवीर यादव को टक्कर देने वाले बड़े नेता हैं। वैसे, रणवीर यादव की दूसरी पत्नी कृष्णा यादव भी आरजेडी में ही हैं। माना जा रहा है कि काउंसिल की लोकल बाडी के चुनाव में आरजेडी को सामाजिक जनाधार वाला मजबूत नेता चाहिए। इस कर्साटी पर मनोहर यादव खरे उतर रहे हैं।
पोस्टर से गायब तेज प्रताप, लालू-राबड़ी संग दिख रहे तेजस्वी
इस मिलन समारोह को लेकर कई पोस्टर व बैनर लगाए गए हैं। खास बात यह है कि आरजेडी नेता नगीना यादव द्वारा लगाए गए इन पोस्टर-बैनर में तेज प्रताप यादव की तस्वीर नहीं है। पोस्टर पर तेज प्रताप के छोटे भाई तेजस्वी यादव माता-पिता लालू प्रसाद यादव व राबड़ी देवी के साथ नजर आ रहे हैं।
तेज प्रताप के नहीं रहने के निकाले जा रहे राजनीतिक अर्थ
बड़ी बात यह है कि पोस्टर पर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी हैं। पोस्टर पर श्याम रजक सहित कई अन्य नेता भी हैं। ऐसे में जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले तेज प्रताप यादव की तस्वीर नहीं रहने के राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं। लोग इसे हाल के दिनों में तेज प्रताप यादव द्वारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने तथा अपना एक अलग संगठन बनाने से जोड़ कर देख रहे हैं।
पहला मामला सुलझा नहीं कि खड़ा हो गया नया विवाद
विदित हो कि कुछ दिनों पहले छात्र आरजेडी के कार्यक्रम में लगाए गए पोस्टर पर तेजस्वी यादव की तस्वीर नहीं रहने से विवाद खड़ा हो गया था। तब इसे अनुशासनहीनता माना गया था। छात्र आरजेडी के उस कार्यक्रम में तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को हिटलर तक की संज्ञा दे दी थी। इसके बाद जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यालय आना छोड़ दिया था। अंतत: लालू यादव के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा तो जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यालय आकर सबसे पहले छात्र आरजेडी के अध्यक्ष व तेज प्रताप के करीबी आकाश यादव को हटा दिया। इसके बाद तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह के खिलाफ मोचा खोला तो जगदानंद सिंह ने भी पहली बार माेर्चा संभाल लिया। यह विवाद अभी तक सुलझा नहीं है कि यह ताजा विवाद खड़ा हो गया है।
अब इस मामले में तेज प्रताप यादव के बयान का इंतजार
तेज प्रताप यादव की तस्वीर आरजेडी के बैनर-पोस्टर पर नहीं रहने के सवाल को पार्टी के नेता बचते नजर आ रहे हैं। वे इसे पार्टी का आंतरिक मामला बता रहे हैं। इस बीच पूरे मामले में तेज प्रताप यादव ने भी अभी तक अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है।