मानव श्रृंखला पर मची तकरार, राजद ने की आलोचना कांग्रेस में दो फाड़
मानव श्रृंखला को मुद्दा बनाकर बिहार में राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। राजद ने इसे फ्लॉप बताया है तो वहीं कांग्रेस में इसपर दो मत हैं। कुछ ने ढोंग तो कुछ ने सही करार दिया है।
पटना [जेएनएन]। बिहार में दहेज व बाल विवाह के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानव मानव शृंखला पर राजनीति गरमा गई है। राजद व कांग्रेस ने इससे खुद को अलग रखा था। कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने सवाल किया है कि जाति-धर्म के खिलाफ ऐसे आयोजन क्यों नहीं होते? तो वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी ने इसकी सराहना की है।
तो वहीं आज राजद ने इस बारे में प्रेस कांफ्रेंस कर बिहार की एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला। राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि जदयू का दावा है कि मानव श्रृंखला में करोड़ों लोग शामिल हुए हैं तो ड्रोन से ली गई तस्वीरें दिखाएं फिर सारी सच्चाई सामने आ जाएगी और इन झूठे लोगों की पोल खुल जाएगी।
कांग्रेस ने दहेज और बाल विवाह के खिलाफ बनाई गई मानव शृंखला को फ्लॉप शो बताया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने सरकार से पूछा है कि वह जाति-धर्म के खिलाफ मानव शृंखला क्यों नहीं बनाती? उन्होंने कहा जाति-धर्म के आधार पर सत्ता सुख भोगने वाले लोग कभी इसके खिलाफ मानव शृंखला बनाने की सोच भी नहीं सकते हैं।
कादरी ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि उन्हें तो जनता को यह बताना चाहिए कि वह बेरोजगारों की मानव शृंखला कब बना रहे हैं। बोले, कांग्रेस ने सरकार से मांग की थी कि ठंड को देखते हुए मानव शृंखला बनाने की तिथि को आगे बढ़ाया जाए। लेकिन सरकार ने कांग्रेस की मांग को नजर अंदाज करते हुए कोर्ट के आदेश के विरूद्ध सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को तमाम जरूरी सरकारी कार्य छोड़ मानव शृंखला बनाने के काम में लगा दिया।
वहीं राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश अबतक के सबसे महंगे सीएम हैं। राज्य सरकार को मानव श्रृंखला और समीक्षा यात्रा पर हुए खर्च का हिसाब देना चाहिए। तिवारी ने नीतीश के जेड प्लस सुरक्षा पर भी तंज कसते हुए पूछा कि उन्हें किससे डर है? ये लोग झूठ और फरेब में आकंठ डूबे हुए हैं और अब जनता इन्हें सबक सिखाएगी।