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जीतनराम मांझी से मिले पप्पू, बिहार की सियासत में थर्ड फ्रंट की सुगबुगाहट तेज

अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश में राजनीतिक दलों के बीच नए ढंग से मिलने-जुलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसे थर्ड फ्रंट की सुगबुगाहट के रूप में देखा जा रहा है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 11:04 AM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 08:23 PM (IST)
जीतनराम मांझी से मिले पप्पू, बिहार की सियासत में थर्ड फ्रंट की सुगबुगाहट तेज
जीतनराम मांझी से मिले पप्पू, बिहार की सियासत में थर्ड फ्रंट की सुगबुगाहट तेज

पटना, राज्य ब्यूरो। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश में राजनीतिक दलों के बीच नए ढंग से मिलने-जुलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसे बिहार की सियासत में तीसरे मोर्चे (थर्ड फ्रंट) की सुगबुगाहट के रूप में देखा जा रहा है। इसे लेकर सोमवार की देर रात जन अधिकार पार्टी प्रमुख राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से मुलाकात की। 

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दोनों नेताओं की इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है। कयास लगाए जाने लगे हैं कि महागठबंधन से नाराज चल रहे मांझी अपना स्टैंड बदल सकते हैं। हालांकि मांझी ने कहा है कि उनकी पार्टी फिलहाल महागठबंधन का हिस्सा है। 

बता दें कि मांझी ने कुछ दिनों पूर्व महागठबंधन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि पहले एनडीए और बाद में महागठबंधन ने उन्हें ठगा। मांझी से मुलाकात के बाद मंगलवार को पप्पू यादव ने लोक जनशक्ति पार्टी सेक्युलर के नेताओं से भी मुलाकात की। लोजपा सेक्युलर नेता सत्यानंद शर्मा के साथ हुई मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच भविष्य की चुनावी रणनीति पर बात हुई। बता दें कि राजद में आंतरिक कलह की भी बातें सामने आ रही हैं। कुछ नेता पार्टी से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में, हो सकता है वो भी तीसरे मोर्चे के गठन में अहम भूमिका निभा सकते हैं। 

कांग्रेस में राजद को छोड़ने की मांग हुई तेज 

उधर, सोमवार को कांग्रेस पार्टी की सलाहकार समिति की बैठक में कई नेताओं ने सुझाव दिया कि पार्टी को तालमेल की बजाय अकेले चुनाव लडऩा चाहिए। पांच विधानसभा सीटों पर शीघ्र ही होने वाले उपचुनाव से इसकी शुरुआत की जानी चाहिए। 

बैठक में हालांकि यह तय किया गया कि फिलहाल तालमेल को लेकर पार्टी को रास्ते बंद नहीं करने चाहिए। बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि संगठन को राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक मजबूत बनाने के लिए पार्टी को तुरंत कार्य योजना बनानी चाहिए। प्रमंडलीय स्तर पर बैठक एवं रैली करने के अलावा सदस्यता अभियान चलाने की दिशा में भी जल्द ही पहल करनी चाहिए। 

पार्टी के प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर और प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर मदन मोहन झा ने कहा कि वे सलाहकार समिति के सदस्यों की भावना से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अवगत कराएंगे। 

जीतनराम मांझी और पप्पू यादव की बढ़ी नजदीकियां

बहरहाल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी और जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष राजेश रंजन पप्पू यादव के बीच इन दिनों निकटता बढ़ती जा रही है। सोमवार की रात मांझी और पप्पू के बीच मुलाकात हुई। विधानसभा चुनाव के पूर्व ये दोनों नेता अलग गुट बनाने की जुगत में लगे हैं, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।

इससे पहले पूर्व सांसद अरुण सिंह, रेणु कुशवाहा भी जाप नेता पप्पू यादव के साथ मुलाकात कर चुके हैं। हालांकि मांझी और पप्पू दोनो ही कल की हुई मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बता रहे हैं, लेकिन राजनीति में इसके अलग ही मायने देखे जा रहे हैं।


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