जनता के मुद्दों को ले CM नीतीश से मिले पप्पू यादव, लगने लगे सियासी कयास
पप्पू यादव ने दरोगा अभ्यर्थियों की पिटाई तथा अररिया में देशविरोधी नारेबाजी मामलों की जांच को ले सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की। विरोधी इस मुलाकात के सियासी अर्थ भी निकाल रहे हैं।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बीते दिनों दारोगा अभ्यर्थियों की पिटाई तथा अररिया में कथित देशविरोधी नारेबाजी के वीडियो मामले की जांच की मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सोमवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
पप्पू यादव की मुख्यमंत्री से यह मुलाकात सीधे तौर पर जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर थी, लेकिन इसके राजनीतिक अर्थ भी निकाले जा रहे हैं। हाल के दिनों में जीतनराम मांझी के महागठबंधन में तो अशोक चौधरी व
नरेंद्र सिंह के जदयू में जाने के बाद इस मुलाकात में दबी जुबान से सियासी संभावनाओं की तलाश की जा रही है। हालांकि, जन अधिकार पार्टी ने इसे जनता के मुद्दों को लेकर औपचारिक मुलाकात बताया है। इस मुलाकात के पहले सांसद पप्पू यादव दारोगा अभ्यर्थियों के साथ राजभवन मार्च में शामिल हुए। भिखना पहाड़ी से राजभवन की तरफ कूच किया। प्रशासन ने गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर से आगे बढऩे की इजाजत नहीं दी।
मुख्यमंत्री से की ये मांगें
सांसद ने बाद में पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री से दारोगा बहाली की परीक्षा रद कर नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने की मांग की। दारोगा बहाली परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक, लाठीचार्ज के मामले की जांच, दोषी के खिलाफ कार्रवाई एवं छात्रों पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग की।
पप्पू यादव के अनुसार उन्होंने मुख्यमंत्री से अररिया मामले पर चर्चा की और वायरल वीडियो की जांच कराने की मांग की, ताकि सचाई सामने आ सके।
उन्होंने मुख्यमंत्री से चाणक्य राष्ट्रीय विधि विवि के कुलपति का प्रभार पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को तत्काल प्रभाव से सौंपने का आग्रह किया।