JNU Violence: छात्रों पर हुए हमले की बिहार में हो रही चहुंओर निंदा, जानिए किसने क्या कहा...
जेएनयू में छात्रों पर किए गए हमले पर बिहार के तमाम राजनीतिक दल के नेताओं ने अपना बयान दिया है औऱ इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।
पटना, जेएनएन। जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय (JNU) परिसर मे कल शाम नकाबपोशों द्वारा लाठी डंडे से छात्रों पर किये गये हमले के बाद बिहार में भी सभी पार्टी के नेताओं ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और इसे शर्मनाक बताया है।
जेएनयू की घटना की राजद नेता राबड़ी देवी ने निंदा की है। उन्होंने कहा है कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए, कम है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसी घटनाओं को सख्ती से नहीं रोका गया और अपराधी प्रवृत्ति के वे लोग जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है उन्हें सख्त से सख्त सजा नहीं दिलाई गई तो लोगों का विश्वाश सरकार एवम विश्विद्यालयों से उठ जाएगा।
राबड़ी ने कहा कि एेसे में अभिभावकों की चिंता बढ़ेगी। मैं केन्द्र की सरकार एवम दिल्ली सरकार से मांग करती हूं कि घटना की जांच करा कर दोषियों को सख्य सज़ा दिलाये और भविष्य मे इस तरह की घटना दोबारा नहीं घटे, इसके लिये सख्त प्रबंध करे।
जेएनयू मामले पर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि विद्यार्थियों के साथ ऐसी घटना होना निंदनीय है। जेएनयू प्रशासन की प्राथमिकता वहां पढ़नेवाले छात्रों की सुरक्षा है। विश्वविद्यालयों को राजनैतिक अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए।
वहीं इस मामले पर बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि सभी जानते है ये जेएनयू में छात्रों पर हमला किसके इशारे पर हुआ है। फीस कम करने के आंदोलन को लेकर ही ये हमला हुआ है। इसपर सरकार को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
शिवानंद तिवारी ने कहा-ये सब गलत हो रहा, चिंता की बात है
देश के अंदर भय का वातावरण है, इसी वातावरण को कायम रखने के लिए जेएनयू में ये सब हो रहा है। पुलिस से मिलाजुला मामला है। जो लोग इन्हें पसंद नहीं उनकी सभा भंग कर देते हैं। रामचंद्र गुहा की सभा को भंग कर दिया। आरएसएस का चरित्र अब साफ दिखा दे रहा है।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट तक लग रहा है कि डरा हुआ है। सीएए को लेकर हंगामा चल रहा, पीटिशन चल रहा है और सुप्रीम कोर्ट मौन है। बिहार के तमाम यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट्स से कहना चाहेंगे कि सभी स्टूडेंट्स के साथ एकता दिखाएं और इसका प्रतिकार करें।