तबरेज के हत्यारे बबलू को पकड़ने के लिए मुजफ्फरपुर गई पटना पुलिस
राजद नेता सह पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के शार्प शूटर मो. तबरेज आलम उर्फ तब्बू के हत्यारे की तलाश जारी।
पटना । राजद नेता सह पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के शार्प शूटर मो. तबरेज आलम उर्फ तब्बू पर कोतवाली थाने के पास चार गोलियां दागने वाले बबलू उर्फ बिल्ला को पकड़ने के लिए पटना पुलिस की टीम मुजफ्फरपुर रवाना हुई है। अधिकारिक सूत्रों की मानें तो जहानाबाद निवासी बिल्ला के उत्तर बिहार के अपराधियों से गठजोड़ का पता चला है। मुजफ्फरपुर में उसके एक ठिकाने की जानकारी हुई है। इसके अलावा रूमी मलिक, गुड्डू और फारूख आलम की तलाश में सिवान एवं जहानाबाद जिलों में छापेमारी चल रही है। पुलिस को अब तक स्कूटी सवार नकाबपोश लाइनर के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया है। एसएसपी मनु महाराज ने फरार अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।
एक करोड़ में हुई थी डील?
तबरेज की हत्या को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। इस बीच एक करोड़ रुपये की सुपारी देकर हत्या कराए जाने की बात भी कही जा रही है। सूत्र बताते हैं कि फुलवारीशरीफ के नोहसा में जिस भूखंड को लेकर तबरेज और हत्याकांड के नामजद अभियुक्त डब्ल्यू मुखिया की झड़प हुई थी, उसमें एक रसूखदार के करीबी रिश्तेदार की भूमिका भी सामने आई है। डब्ल्यू को एक सफेदपोश ने जमीन पर कब्जा दिलाने का ठेका दिया था। उसने तबरेज के विपक्षी गुट से उस विवादित जमीन का एग्रीमेंट कराया था। हालांकि तबरेज की ताकत के आगे वह शख्स बौना साबित हुआ। अपार्टमेंट निर्माण होने के कारण 50 करोड़ रुपये की मुनाफा संभावित थी, जिसमें तबरेज रोड़ा बन रहा था। उस रसूखदार ने डब्ल्यू मुखिया को एक करोड़ रुपये की सुपारी दी। सब्जीबाग के पेशेवर अपराधी और पुलिस के मुखबिर भी साजिश का हिस्सा बने थे।
तारिक कॉल डिटेल से मिलेगी कई जानकारी
पुलिस तारिक के पुराने नंबर की कॉल डिटेल निकाल रही है। पता लगाया जा रहा है कि वह किन नंबरों पर लगातार बात कर रहा था और उस वक्त मोबाइल का लोकेशन कहां था? संदिग्ध नंबरों की डिटेल भी खंगाली जाएगी। पुलिस को यकीन है कि तारिक के पास हत्यारों के बारे में सारी जानकारी है पर उसने पूछताछ के दौरान सही बात नहीं बताई। बुधवार को पुलिस तारिक को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दे सकती है।