रंगदारी के लिए व्यवसायी को किया था अगवा, बड़ी मुश्किल से छुड़ा पाई पुलिस
एक हफ्ते के बाद मामले का खुलासा
By Edited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 11:41 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 11:41 PM (IST)
पटना सिटी। चौक थाना क्षेत्र के काली मंदिर के पास पूजा करने के दौरान तीन बाइकों पर आए छह बदमाशों ने एक फैक्ट्री में काम करने वाले 55 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद का अपहरण कर लिया। वह 30 हजार रंगदारी की मांग रहे थे। पत्नी की शिकायत पर अगवा पति को छुड़ाने गई चौक और मालसलामी पुलिस पर रंगदारों ने हमला कर दिया। काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने अगवा को रंगदारों के चंगुल से मुक्त कराया। अपहरणकर्ताओं की खोज में पुलिस छापेमारी कर रही है।
पूरा मामला पिछले हफ्ते का बताया जा रहा है। चौक थाना क्षेत्र के गौरैया स्थान में किराए के मकान में रहने वाली मंजू देवी ने दर्ज प्राथमिकी में बताया कि आठ अप्रैल की शाम को वह पति राजेंद्र प्रसाद के साथ काली मंदिर में पूजा कर रही थी। उसी समय तीन मोटरसाइकिल पर सवार नूरपुर के 45 वर्षीय भल्लू यादव, 25 वर्षीय आशीष यादव, 30 वर्षीय सुनील यादव, सुबोध कुमार सिन्हा तथा दो अन्य अज्ञात व्यक्ति आए। बाइक पर सवार व्यक्ति पति को अगवा कर ले जाने लगे।
पत्नी के विरोध करने पर उसे भी अगवा करने का प्रयास किया। मंजू ने बताया कि भल्लू यादव से उसके पति ने नौ हजार रुपये सूद पर लिया था। इसके एवज में सूद समेत 20 हजार रुपये लौटा दिया। इसके बावजूद भल्लू यादव 30 हजार रुपये रंगदारी के रूप में मांग रहे हैं। - अगवा को रंगदारों से मुक्त कराने गई चौक पुलिस महिला की सूचना को गंभीरता से लेते हुए उसी दिन चौक और मालसलामी थाना की पुलिस टीम नूरपुर स्थित भल्लू यादव के घर पहुंची। पुलिस अपने साथ मंजू को भी ले गई, जहां बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया। हालांकि पुलिस ने भल्लू यादव के घर से अगवा राजेंद्र प्रसाद को सुरक्षित बरामद कर लिया।
रंगदारी दो नहीं तो गोली मार देंगे
पटना सिटी व्यवहार न्यायालय में दिए 164 के बयान में पत्नी ने बताया कि भल्लू यादव ने कहा कि रंगदारी में 30 हजार नहीं देने पर पति को यहीं पर गोली मार देंगे। एक बाइक पर भल्लू यादव का बेटा आशीष अपने दोस्त सुनील की मदद से पति राजेंद्र का अपहरण कर ले गया था। बाद में चौक पुलिस ने पति को भल्लू के घर से बरामद किया। पीड़ित राजेंद्र प्रसाद मूलत: औरंगाबाद जिले के रफीगंज, माड़ीपुर का रहने वाला है। यहां वह गौरैया स्थान में जैन साहेब के मकान में किराए पर परिवार के साथ रहता है।
पूरा मामला पिछले हफ्ते का बताया जा रहा है। चौक थाना क्षेत्र के गौरैया स्थान में किराए के मकान में रहने वाली मंजू देवी ने दर्ज प्राथमिकी में बताया कि आठ अप्रैल की शाम को वह पति राजेंद्र प्रसाद के साथ काली मंदिर में पूजा कर रही थी। उसी समय तीन मोटरसाइकिल पर सवार नूरपुर के 45 वर्षीय भल्लू यादव, 25 वर्षीय आशीष यादव, 30 वर्षीय सुनील यादव, सुबोध कुमार सिन्हा तथा दो अन्य अज्ञात व्यक्ति आए। बाइक पर सवार व्यक्ति पति को अगवा कर ले जाने लगे।
पत्नी के विरोध करने पर उसे भी अगवा करने का प्रयास किया। मंजू ने बताया कि भल्लू यादव से उसके पति ने नौ हजार रुपये सूद पर लिया था। इसके एवज में सूद समेत 20 हजार रुपये लौटा दिया। इसके बावजूद भल्लू यादव 30 हजार रुपये रंगदारी के रूप में मांग रहे हैं। - अगवा को रंगदारों से मुक्त कराने गई चौक पुलिस महिला की सूचना को गंभीरता से लेते हुए उसी दिन चौक और मालसलामी थाना की पुलिस टीम नूरपुर स्थित भल्लू यादव के घर पहुंची। पुलिस अपने साथ मंजू को भी ले गई, जहां बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया। हालांकि पुलिस ने भल्लू यादव के घर से अगवा राजेंद्र प्रसाद को सुरक्षित बरामद कर लिया।
रंगदारी दो नहीं तो गोली मार देंगे
पटना सिटी व्यवहार न्यायालय में दिए 164 के बयान में पत्नी ने बताया कि भल्लू यादव ने कहा कि रंगदारी में 30 हजार नहीं देने पर पति को यहीं पर गोली मार देंगे। एक बाइक पर भल्लू यादव का बेटा आशीष अपने दोस्त सुनील की मदद से पति राजेंद्र का अपहरण कर ले गया था। बाद में चौक पुलिस ने पति को भल्लू के घर से बरामद किया। पीड़ित राजेंद्र प्रसाद मूलत: औरंगाबाद जिले के रफीगंज, माड़ीपुर का रहने वाला है। यहां वह गौरैया स्थान में जैन साहेब के मकान में किराए पर परिवार के साथ रहता है।
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