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रूपेश हत्‍याकांड में शूटर के करीब पहुंची पुलिस, ठेकेदारी को लेकर हत्‍या किए जाने की आशंका

Rupesh Murder case रूपेश हत्याकांड में टेंडर के बिंदु पर पीएचईडी में एसपी ने की पूछताछ जल संसाधन विभाग में भी गई पुलिस तीन घंटे तक अभियंता प्रमुख से बातचीत चार जिलों में निकली एसआइटी रूपेश के दो रिश्तेदारों के नाम लेबल थ्री की ठीकेदारी

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 09:17 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 09:06 AM (IST)
रूपेश हत्‍याकांड में शूटर के करीब पहुंची पुलिस, ठेकेदारी को लेकर हत्‍या किए जाने की आशंका
पुलिस को मिल सकती है कामयाबी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। इंडिगो के पटना एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या में शामिल शूटर और लाइनर की तलाश तथा हत्या की मुख्य वजह पता करने में जुटी एसआइटी की दो टीमें सोमवार को दोपहर पुनाईचक स्थित पीएचईडी और जल संसाधन विभाग पहुंची। सिटी एसपी विनय तिवारी खुद पहुंचे, जो वहां अभियंता प्रमुख से मिले। करीब तीन घंटे तक बातचीत चली। जिस टेंडर को लेकर बात की जा रही है, वह लेवल थ्री का है जो पटना से नहीं, बल्कि जिलों से है। रूपेश के भाई और एक अन्य रिश्तेदार लेवल थ्री की ठेकेदारी जिलों में करते है। यह टेंडर डेढ़ से साढ़े तीन करोड़ के बीच के हैं।

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सूत्रों की मानें तो सोमवार की देर रात पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सुराग मिले, जिसके बाद जांच की दिशा ही बदल गई है। शास्त्रीनगर थाने में एसआइटी से जुड़े अधिकारी और पूरी टीम थाने में पहुंच गई। बैठक के बाद अलग अलग दिशा में पुलिस की गाड़ी निकल गई। माना जा रहा है कि एसआइटी शूटर की पहचान कर ली है। शूटर कहां का है और किसके इशारे पर उसने वारदात को अंजाम दिया, इसकी भी जानकारी मिल चुकी है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले में कुछ नहीं बोलने के तैयार नहीं है। वहीं, एक टीम डीआरआइ से जुड़े एक पुराने मामले की फाइल भी पलट रही है।

जिलों में गईं चार टीमें

एसआइटी की चार टीमों को सीतामढ़ी, गोपालगंज, छपरा और एक अन्य जिले में भेज दिया गया है। टीम पहुंचकर इन जिलों के कार्यपालक अभियंताओं से टेंडर से जुड़ी जानकारी हासिल करेगी। जरूरत पड़ी तो वहां के कर्मी से भी पूछताछ करेगी। जांच में ये बातें में भी सामने आई हैं कि रूपेश के दो रिश्तेदारों ने इन जिलों में सिंचाई व लोक स्वास्थ्य अभियंता में टेंडर लिए थे। एसआइटी टेंडर और ठेकेदारी के अलावा दो अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है। इसमें पीडब्ल्यूडी और जरूरत पड़ी तो कुछ अफसर से भी एसआइटी पूछताछ कर सकती है।

एयरपोर्ट पार्किंग ठीकेदार सहित 36 लोगों से हुई पूछताछ

रूपेश की हत्या को सात दिन गुजर चुके हैं। पुलिस पैतृक गांव छपरा में भी तीन दिन रही। वहां उनके स्वजन से पूछताछ कर चुकी है कि किसी से कोई विवाद या पुरानी रंजिश तो नहीं। हालांकि अभी तक ऐसी बात सामने नहीं आई। एसआइटी के एक अधिकारी का कहना है कि वारदात का कोई चश्मदीद नहीं। यहां तक गार्ड या अपार्टमेंट के नीचे कोई बाहरी व्यक्ति भी घटना के समय नहीं था। वारदात के पीछे मकसद क्या है यह भी पता नहीं चल रहा। जो भी सूचनाएं मिल रही हैं, उनकी जांच की जा रही है। एसआइटी अब तक 36 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। अपार्टमेंट का गार्ड और उसकी पत्नी, मोहल्ले के चार दुकानदार, राजाबाजार और बिहटा कुछ एयरपोर्ट के कर्मी से भी पूछताछ हो चुकी है। पूर्व में एयरपोर्ट पर पार्किंग को लेकर विवाद की बात सामने आई थी, ठीकेदार से लेकर वहां के कर्मी से घंटों पूछताछ हो चुकी है।

उत्तर प्रदेश के कर्मी को नौकरी से निकाला

एसआइटी की जांच में पता चला कि रूपेश ने कुछ माह पूर्व एक कर्मी को नौकरी से हटा दिया था। वह यूपी के गोरखपुर का रहने वाला है। जो यहां खाजपुरा में रहता था। निकाले जाने के बाद वह पटना में नहीं था। पुलिस ने उसके पते पर उसे नोटिस भेजा। सोमवार को वह एसआइटी के सामने उपस्थित हो गया। उससे भी पूछताछ हो रही है।

महिला ग्राउंड स्टाफ से पूछताछ, दो कर्मियों पर है नजर

इंडिगो के आठ कर्मियों से पूछताछ पूछताछ की गई है। इसमें दो महिला कर्मी पर पुलिस की नजर है। एक से पुलिस कई बार पूछताछ कर चुकी है। रूपेश का एयरपोर्ट पर तैनात कर्मियों से कैसा व्यवहार था, इसके बारे में एसआइटी बारी-बारी पूछताछ कर रही है। इसमें एक महिला कर्मी का कॉल डिटेल्स से लेकर जानकारी जुटाई गई। हालांकि इनके बारे में पुलिस ज्यादा कुछ न बोलते हुए बस यहीं बता रही है कि महिला कर्मी से सहित सभी स्टॉफ से पूछताछ हो चुकी है।

फुटेज की आई रिपोर्ट, बाइक की तलाश हुई तेज

एसआइटी के एक अधिकारी की मानें तो अंधेरे के कारण सीसीटीवी फुटेज में बहुत कुछ स्पष्ट नहीं आया है। जहां से भी बाइक को गुजरते देखा गया है वहां पड़ताल चल रही है। मुखबिर की भी मदद ली जा रही है। फुटेज में बाइक का नंबर स्पष्ट नहीं है। पुलिस बाइक की तलाश में जुटी है। कयास लगाया जा रहा है कि अपराधी ने बाइक को किसी जगह पर छिपा दिया गया या पार्क कर दी गई है।

पटना रेंज के आइजी संजय सिंह ने कहा कि टेंडर विवाद, ठीकेदारी से लेकर पार्किंग के झंझट आदि बातों की भी जांच की जा रही है। एयरपोर्ट के कई कर्मियों से पूछताछ की गई है। पीएचईडी में भी एसपी गए थे और टीमों को दूसरे जिलों में भी भेजा गया है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी होगी।


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