मास्क नहीं लगाकर बाहर निकलने वालों को कराई गई उठक-बैठक
लॉकडाउन का उल्लंघन करने के अलावा जरूरी काम के चलते भी घर से बिना मास्क लगाए निकलने वालों पर पुलिस सख्त दिखी।
पटना । लॉकडाउन का उल्लंघन करने के अलावा जरूरी काम के चलते भी घर से बिना मास्क लगाए निकलने वाले लोगों को पुलिस अब सबक सिखा रही है। उन्हें जिम्मेदारी का अहसास दिलाने के लिए गुरुवार को सड़क पर कई ऐसे लोगों से उठक-बैठक कराई गई। इनमें महिलाएं और युवतियां भी शामिल हैं। उन्हें एक-दो बार उठक- बैठक कराने के बाद दुपट्टे व साड़ी के पल्लू से चेहरे को ढंकने का तरीका बताया। फिर माफी मंगवा कर जाने दिया। ऐसा नजारा कारगिल चौक पर गुरुवार की दोपहर देखने को मिला।
दोपहर करीब दो बजे रिक्शे से घर का सामान लेकर जा रहे दो युवकों को पुलिस ने नीचे उतारा। उनसे बगैर मास्क लगाए घर से निकलने का कारण पूछा गया, फिर उठक-बैठक कराई गई। इतने में बाइक सवार दो युवक पहुंचे। उनके पास घर से निकलने का कोई ठोस कारण नहीं था। इसके बाद पुलिस ने उनकी पिटाई की। वाहन के कागजात देखे। इंश्योरेंस और प्रदूषण का कागज दुरुस्त नहीं होने पर वाहन को ट्रैफिक थाने भेज दिया गया। इस बीच एक युवती मां के साथ सड़क पर पैदल चलती नजर आई। महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोककर पूछा तो जवाब मिला कि बगल में घर है। कुछ जरूरी सामान लाने निकली हूं। उन्होंने भी मास्क नहीं लगाया था। लड़की को दो बार उठक-बैठक कराने के बाद महिला सिपाही ने दुपट्टे से उसका चेहरा ढका और उसकी मां को साड़ी के पल्लू से ढकने का तरीका बताया, फिर छोड़ दिया गया।
एक दंपती भी पुलिस कार्रवाई की जद में आया। महिला पांच महीने की गर्भवती थी। उसके पति ने डॉक्टर का मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन दिखाया। दोनों ने मास्क नहीं पहना था, इसलिए पहले उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई गई। इसके बाद दुपट्टे से महिला के चेहरे को ढकने के बाद पुलिस ने छोड़ा। एक और बाइक सवार दंपती को पकड़ा गया। वे गोश्त लेकर आ रहे थे। उन्हें भी उठक-बैठक करनी पड़ी। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन का सतत पालन कराने के लिए सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर नाकेबंदी की गई है। इसका उल्लंघन करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।