अजब पुलिस की गजब कहानी: ना मिले हथियार और न हत्यारे, हो गया हत्याकांड का पर्दाफाश
पटना पुलिस ने शहर के चर्चित दीना हत्याकांड का खुलासा कर दिया। लेकिन न तो हत्यारे पकड़े गए और न हीं हथियार की बरामदगी हुई।
पटना [जेएनएन]। चर्चित हत्याकांड में कार्रवाई के नाम पुलिस एक दो बदमाशों को पकड़कर घटना को तोड़मरोड़ कर खुलासा तो कर देती है, लेकिन हथियार और मुख्य आरोपित को पकडऩे में पसीना छूट जाते है। ताजा मामला गर्दनीबाग में दीना हत्याकांड से जुड़ा है। पुलिस ने रांची से शूटर विकास को पकड़कर दीना हत्याकांड के राज से पर्दा तो उठा दिया, लेकिन हत्या की सुपारी देने वाला और रकम लेने वाले बदमाश भोला तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके। पुलिस एके-47 को भी बरामद नहीं कर सकी, जिसका इस्तेमाल हत्याकांड में हुआ। हालांकि पुलिस ने नामजद आरोपित करोड़ीचक निवासी दीना के घर की कुर्जी जब्ती कर चुकी है।
आरोपित की पत्नी ने उठाए थे सवाल
पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी के बाद बताया कि पूरी वारदात के पीछे जमीनी विवाद था। जमीन की कीमत करीब 25 करोड़ रुपए है। जबकि आरोपित करोड़चक निवासी दीना की पत्नी बबीता ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए केस में फंसोन का आरोप लगाया। बबीता ने बताया था कि उसके पति या परिवार से जमीन को लेकर किसी से विवाद नहीं था और न ही किसी थाने में ऐसा कोई केस हुआ था। जो जमीन है उसकी कीमत 30 लाख रुपए भी नहीं है। शूटर विकास और सुपारी लेने वाले आरोपित भोला से भी कोई संबंध था, फिर 30 लाख की जमीन के लिए 50 लाख की सुपारी कोई क्यों देगा।
घूम रहे बदमाश, निशाने पर बिल्डर
पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी के बाद दावा किया था कि परसा बाजार का भोला यादव और पंडारक का भोला सिंह व हथियार सप्लायर आजाद और मुकेश के बीच दो एके-47 की आठ लाख रुपए में डील हुई थी। साथ ही 500 कारतूत की मांग भी हुई थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो एके-47 और कारतूस की डील यूपी के एक कद्दावर नेता के रिश्तेदार और पटना के एक अन्य बिल्डर को निशाने पर लेने के लिए किया गया था। विकास ने इस बात का खुलासा पुलिस के सामने किया, इसके बावजूद पुलिस अब तक दोनो भोला, आजाद और मुकेश को गिरफ्तार नहीं कर सकी। यहां तक दीना हत्याकांड में इस्तेमाल एके-47 भी पुलिस नहीं तलाश सकी है।