पटना: बाइपास पर पुलिस की बर्बरता, आधा दर्जन महिलाओं को दौड़ाकर बेरहमी से पीटा, कपड़े तक फटे, वीडियो वायरल
मथनीतल मोहल्ले में मां-बेटा को गिरफ्तार करने पर लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी। इस क्रम में महिलाओं के साथ मारपीट हुई। आरोप है कि पुलिस वर्दी का रौब दिखाकर जबरन वसूली करती है। पुलिस की बर्बरता से नागरिकों में रोष मानवाधिकार आयोग व महिला आयोग से शिकायत करेंगे।
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। पटना के बाइपास थाना क्षेत्र के मथनीतल मोहल्ले में बुधवार की रात बिहार पुलिस की असंवेदशीलता एक बार फिर सामने आ गई। आरोप है कि एक चाय दुकानदार को और उसकी मां को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस ने वर्दी का रौब झाड़ते हुए डंडों से लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। एक जख्मी महिला ने पुलिस पर कपड़े फाड़ने का आरोप भी लगाया है।
जानकारी के अनुसार, बिना महिला पुलिस के चाय दुकानदार टिंकू और उसकी 48 वर्षीया मां उर्मिला देवी को बाइपास पुलिस वाहन पर जबरन बैठा रही थी, यह देख लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। विरोध कर रही महिलाओं का आरोप है कि बाइपास थाने के पुरुष पुलिस कर्मियों ने बिना कुछ सोचे समझे सब्जी विक्रेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर डंडों से पीटा। जख्मी महिला ने पुरुष पुलिस कर्मियों पर उसके कपड़े फाड़ने का आरोप भी लगाया।
पुलिस की पिटाई से आधा दर्जन से अधिक महिलाएं चोटिल हो गईं। एक ने नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल तथा अन्य जख्मी ने निजी चिकित्सालय में इलाज कराया। स्थानीय नागरिकों ने पुलिस द्वारा महिलाओं को पीटने का वीडियो वायरल कर दिया है। पुलिस ने मां व पुत्र को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया था।
वर्दी का रौबा दिखाकर करते हैं वूसली
महिलाओं का आरोप है कि बाइपास थाने में पदस्थापित दारोगा बृजनंदन गुप्ता क्षेत्र में वर्दी का रौब दिखाकर क्षेत्र में अवैध वसूली करता है। लोगों को शराब तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी देकर भी वसूली करता है। पुलिस द्वारा महिलाओं की पिटाई किए जाने के बाद बुधवार को मोहल्ले में नागरिकों में गहरा आक्रोश दिखा। पीड़ित महिलाओं ने कहा कि पुलिसिया बर्बरता की लिखित शिकायत साक्ष्य के साथ महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री, डीजीपी, न्यायालय से करके न्याय की गुजार लगाई जाएगी।
पुलिस की लाठी से घायल सब्जी विक्रेता रेखा देवी ने बुधवार को घटना के संबंध में बताया कि बाइपास थाने की पुलिस बुधवार की रात चाय दुकानदार टिंकू और उसकी मां 48 वर्षीया उर्मिला देवी को बिना महिला पुलिस के पुलिस वाहन पर जबरन बैठा रही थी। स्थानीय नागरिकों ने विरोध किया तो पुलिसकर्मी महिलाओं पर लाठी बरसाने लगे। उनके शरीर और चेहरे पर चोट के निशान हैं।
दूसरी घायल सब्जी विक्रेता रेखा ने बताया कि महिला की गिरफ्तारी का विरोध करने पर पुलिस दौड़ा-दौड़ाकर दनादन लाठी से पीटने लगी। पीठ पर पुलिस द्वारा लाठी से प्रहार करने पर गिर गई। गिरने के बाद भी पुलिस लाठी से पीटती रही। घायल उर्मिला देवी ने बताया कि गिरफ्तार महिला को बचाने गए तो पुलिस कर्मी लाठी फेंक-फेंककर मारने लगे। इस दौरान जमीन पर गिरने के बाद भी डंडे से पीटते रहे। गिरने के दौरान उनका सिर फट गया।
घायल मीता कुमारी ने बताया कि मामा टिंकू को गिरफ्तार करने पर पहुंची तो पुलिस ने पिस्तौल का भय दिखा भगा दिया। जब थाने के पास पहुंची तो वहां पर पुलिस डंडे से मारने लगी। हाथ के चोट आई है। घायल देवी ने बताया कि पुलिस मां-बेटे को गिरफ्तार कर ले जाने लगी तो हमलोगों ने विरोध किया।
पुलिस बोली कि पांच लोग थाने पहुंचिए तब छोड़ेंगे। थाने पहुंचे तो लाठी से पिटाई की गई। घायल गीता देवी ने बताया कि पुलिस ने खदेड़कर पीटा है। पैर में लाठी की चोट है। घायल सुनीता देवी व सरोज देवी ने बताया कि हंगामा करने वालों को समझा रही थी, तभी पुलिस ने डंडे से पीटा।