अपनी गंदी आदत से मजबूर डॉक्टर एेसे बनाता था संबंध, खुद के जाल में फंस गया
धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर की काली करतूत का पर्दाफाश हो गया। वह पैसों का लालच देकर बच्चों से अनैतिक संबंध बनाता था। उसने इस राज को खुलने से बचाने के लिए चाल चली, लेकिन...
पटना [जेएनएन]। डाक्टर को लोग धरती का भगवान कहते हैं। परंतु इस पेशे में इक्के-दुक्के ऐसे भी लोग हैं जिनकी गंदी आदतों ने इस पवित्र पेशे को शर्मशार क र दिया है। ऐसा ही मामला कंकड़बाग का है। यहां कालोनी मोड़ के पास रहने वाले दंत चिकित्सक निशांत कुमार ने दो दिन पूर्व पत्रकारनगर थाने में बंधक बनाकर मारपीट करने और एटीएम से पैसे निकालने का मुकदमा दर्ज कराया था, वह झूठा निकला।
दरअसल उनके द्वारा दर्ज फर्जी मुकदमा उनके ही गले की फांस बन गया। डाक्टर निशांत मेडिकल स्टोर में काम करने वाले एक नाबालिग बच्चे को पैसों का लालच देकर उसके साथ अप्राकृतिक संबंध बनाते थे।
यही नहीं खुद के साथ भी ऐसा करने को वह उसे मजबूर करते थे। यह सिलसिला पिछले तीन-चार महीनों से चल रहा था। दो दिन पहले डॉक्टर अपनी स्कूटी से कदमकुआं स्थित शाखा मैदान पहुंचे और उस नाबालिग को भी फोन कर बुलाया। स्कूटी मैदान के बाहर खड़ी कर दोनों चहारदीवारी फांद कर अंदर चले गये।
वहां निर्माणाधीन भवन में तैनात गार्ड की नजर उन दोनों पर पड़ी। उसने शुभम नामक युवक को यह बात बतायी। उस वक्त दुकान में शुभम के साथ उसका दोस्त मानव भी मौजूद था। दोनों शाखा मैदान के अंदर गये तो देखा कि डॉक्टर और नाबालिग नग्नावस्था में हैं। दोनों युवकों को देखते ही नाबालिग वहां से भाग गया।
डॉक्टर युवकों के हत्थे चढ़ गया और उसकी जमकर धुनाई कर दी गई। छोडऩे के एवज में डॉक्टर ने उन्हें पैसों का लालच दिया। डाक्टर ने बचने के लिए उन्हें अपने पर्स से दो एटीएम कार्ड दिए और जितनी मर्जी उतनी रकम निकालने को कहा।
शुभम और मानव उसके एक एटीएम से चालीस हजार रुपये की निकासी की और दूसरे से मछुआ टोली स्थित फ्यूचर मोबाइल दुकान से तीस हजार रुपये का तीन मोबाइल खरीदा। इसके बाद एटीएम लौटा दिया गया। डॉक्टर जब घर पहुंचा तो उसके पिता उसे चोटिल देख सवाल किए तो उसने बदमाशों द्वारा बंधक बनाकर उसके एटीएम से पैसे निकालने की झूठी कहानी सुना दी।
इसके बाद उसके पिता उसे लेकर पत्रकारनगर थाना पहुंचे और मामला दर्ज करा दिया। पुलिस जब छानबीन शुरू की तो वह बार-बार अपना बयान बदलने लगा। इससे पुलिस को शक हो गया। पुलिस जब उसके कार्ड से हुई खरीदारी की जांच की और खाते का डिटेल्स निकाला तो उस दुकान तक पहुंची जहां से मोबाइल खरीदा गया था।
वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में शुभम और मानव की तस्वीर दिखायी दी । जिसके आधार पर पुलिस शुभम और मानव तक पहुंची और मामले का खुलासा हो गया। उनके पास से खरीदा गया तीन मोबाइल फोन बरामद हुआ। जबकि पैसे नहीं मिले।
वहीं पुलिस जब नाबालिग बच्चे से पूछताछ की तो उसने सारी कहानी बता दी। उसने कहा कि डॉक्टर उसे खाने के लिए शक्तिवद्र्धक दवाईयां देता था और खुद भी खाता था। इस काम के लिए उसे कभी पांच सौ तो कभी तीन सौ रुपये देता था। डाक्टर शादी शुदा है और उसे एक बच्चा भी है।
पुलिस ने नाबालिग बच्चे को रिमांड होम भेज दिया। जबकि डॉक्टर, शुभम और मानव को जेल भेज दिया गया। इस बाबत एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि पीडि़त नाबालिग है लिहाजा डॉक्टर पर पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।