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सौरव को 7 दिनों की रिमांड पर लेने को कोर्ट में आवेदन

एनडीए परीक्षा में धांधली करने के आरोपित छात्र सौरव आनंद को सात दिनों की रिमांड पर लेने के लिए पुलिस ने कोर्ट में आवेदन दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 08:11 PM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 08:11 PM (IST)
सौरव को 7 दिनों की रिमांड
पर लेने को कोर्ट में आवेदन
सौरव को 7 दिनों की रिमांड पर लेने को कोर्ट में आवेदन

पटना : एनडीए परीक्षा में धांधली करने के आरोपित छात्र सौरव आनंद को सात दिनों की रिमांड पर लेने के लिए गुरुवार को पुलिस ने कोर्ट में आवेदन दिया। रिमांड पर लेकर एसआइटी उससे पूछताछ करेगी। वहीं गुरुवार को ही यूपीएससी के संयुक्त सचिव राजेश कुमार पटना के एसएसपी मनु महाराज से मिले। अबतक हुए अनुसंधान के बारे में जानकारी हासिल की। साथ ही यूपीएससी के अधिकारियों के द्वारा की जा रही जांच के बारे में एसएसपी को अवगत कराया। सॉल्वर को पकड़ने के लिए एसआइटी की तीन टीमें दिल्ली, यूपी, झारखंड और नालंदा गई हैं।

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एसआइटी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सौरव के मोबाइल में कुछ ऐसे नंबर मिले हैं जिनके बारे में पुलिस तहकीकात कर रही है। सॉल्वर द्वारा जिस ग्रुप में एनडीए पेपर का आंसर भेजा गया था उस ग्रुप में दिल्ली, यूपी, पंजाब, बंगाल, महाराष्ट्र सहित कई अन्य राज्यों के सैंकड़ों लोग जुड़े हुए थे। एसआइटी ने उन सभी नामों और नंबरों की लिस्ट तैयार की है। उनके पते की शिनाख्त करने के लिए संबंधित राज्यों के पुलिस अधिकारियों से संपर्क में है। प्रारंभिक तौर पर सौरव से पूछताछ और उसके मोबाइल की जांच से एसआइटी को पता चला है कि सौरव नालंदा जिले के हरनौत थाने के अरऔत गांव का रहने वाला है। जबकि सॉल्वर झारखंड के रामगढ़ के मनकट्ठा का निवासी है। सॉल्वर जेएनयू में बैठकर सौरव द्वारा भेजे जा रहे प्रश्नों को हल कर उसका उत्तर उसके वाट्सएप पर भेज रहा था। साथ ही उस ग्रुप में भी वह आंसर को डाल रहा था। इसमें सैकड़ों लोग जुड़े हुए थे। एसआइटी और यूपीएससी के अधिकारियों को परीक्षा में हुई धांधली से जुड़े कई सवालों के जवाब चाहिए जो सौरव ही दे सकता है। लिहाजा रिमांड पर लेने के बाद उससे एसआइटी के साथ-साथ यूपीएससी के अधिकारी भी पूछताछ करेंगे। सौरव ही बता सकता है कि किन-किन लोगों ने उसकी मदद कैसे की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सौरव इस खेल का केवल मोहरा है, असली भूमिका तो कोई और निभा रहा है। पूछताछ में सौरव कुछ ऐसे नामों के बारे में भी जानकारी दे सकता है, जिसके तार यूपीएससी से जुड़े हैं। जिस एजेंसी द्वारा परीक्षा हॉल में जैमर लगाया गया था उसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है। वैसे जैमर लगाने वाले टेक्नीशियनों से पुलिस ने पूछताछ की है।

गौरतलब है कि रविवार को पटना के एएन कालेज सेंटर पर एनडीए परीक्षा में शामिल छात्र सौरव ने मोबाइल से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर सॉल्वर के पास भेजी थी। उधर से उसे आंसर मुहैया कराया गया था। इस दौरान वह पकड़ा गया था। इस बाबत जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खान ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है। एसआइटी इसकी तह तक जाएगी।


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