इमरजेंसी में कराना है इलाज तो पहुंचें पीएमसीएच, एम्स पटना में ओपीडी सुविधा उपलब्ध
कोरोना का बढ़ता संक्रमण दूसरी बीमारी के मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
पटना। कोरोना का बढ़ता संक्रमण दूसरी बीमारी के मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। फिलहाल राजधानी के लगभग सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है। इन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के कारण आम मरीजों की स्थिति सबसे अधिक परेशानी वाली है। शुगर, बीपी, हृदय रोग, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी आदि विभागों के मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है। आम मरीजों के उपचार के लिए काफी कम सुविधाएं व बेड बचे हैं। निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर अपना क्लीनिक बंद कर चुके हैं। कई बड़े निजी अस्पतालों में भी ओपीडी सेवा सीमित हो चुकी है। ऐसे में यदि आपको ज्यादा परेशानी हो तो आप इमरजेंसी में उपचार के लिए पीएमसीएच आ सकते हैं। यहां ओपीडी सुविधा भी चालू है।
: एम्स में एक दिन पहले एप्वाइंटमेंट, आइजीआइएमएस ओपीडी, इमरजेंसी बंद :
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स पटना) में ओपीडी सुविधा उपलब्ध है। यहां मरीजों को ओपीडी का लाभ लेने के लिए एक-दो दिन पहले एप्वाइंटमेंट लेना पड़ता है। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में ओपीडी व इमरजेंसी सुविधा पूरी तरह बंद कर दी गई है। यहां केवल कोविड मरीजों का ही उपचार करने की व्यवस्था है। जबकि यहां दो से तीन हजार मरीज आम दिनों में पहुंचते थे, जबकि हर दिन 50-100 के बीच मेजर ऑपरेशन होते थे। यहां सबसे अधिक परेशानी किडनी व कैंसर के मरीजों को हो रही है। यहां हर दिन इन विभागों में आम दिनों में चार-पांच सौ मरीज इलाज के लिए आते हैं। लगभग 200 से अधिक मरीजों की कीमोथेरेपी तथा लगभग 50 मरीजों का डायलिसिस होता था। अब इन मरीजों को कीमोथेरेपी व डायलिसिस के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।