CoronaVirus: पीएमसीएच फुल, आइडीएच-एम्स भेजे जाएंगे नए आशंकित
पीएमसीएच का आइसोलेशन वार्ड फुल हो गया। वर्तमान में वार्ड के 19 कमरों में कुल 20 आशंकित लोगों को रखा गया है।
पटना, जेेएनएन। कोरोना के तीसरे चरण यानी 'कम्युनिटी ट्रांसमिशन' से रोकने के लिए आशंकित लोगों की जांच व आइसोलेशन की कवायद तेज हो गई है। गुरुवार को निगेटिव रिपोर्ट वाले आशंकितों को डिस्चार्ज करने के साथ एक नए आशंकित को भर्ती किया गया। इसी के साथ पीएमसीएच का आइसोलेशन वार्ड फुल हो गया। वर्तमान में वार्ड के 19 कमरों में कुल 20 आशंकित लोगों को रखा गया है। दो आशंकित रोगियों को एनएमसीएच रेफर किया गया है।
11 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए आरएमआरआइ
कुल 11 लोगों के सैंपल जांच के लिए आरएमआरआइ भेजे गए हैं। यह जानकारी पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने दी। अब नए आशंकितों को एनएमसीएच स्थित संक्रामक रोग, आइजीआइएमएस और एम्स के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।
पीएमसीएच में जल्द हो जाएंगे 60 बेड
अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने बताया कि पटना यूनीवर्सिटी के कुलपति से बात कर पीएमसीएच के पुराने चर्म रोग विभाग में 40 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए बीएमएसआइसीएल के प्रबंध निदेशक से गुरुवार शाम मुलाकात कर बिजली, पीएचईडी और पीडब्ल्यूडी का काम कराने का आग्रह किया जाएगा। आशा है कि पांच दिन में इसके नतीजे सामने आएंगे। इस बीच हम दस बेड वर्तमान आइसोलेशन वार्ड में जल्द बढ़ाने की कोशिश में हैं।
मरीजों को बांटने की बनी रणनीति
अधीक्षक ने बताया कि पीएमसीएच का आइसोलेशन वार्ड फुल होने की जानकारी के बाद डीएम डॉ. कुमार रवि ने एक व्यवस्था बनाई है। इसके तहत पटना के अलावा अन्य जिलों के आशंकित लोगों को पीएमसीएच में रखा जाएगा। यहां एक मजिस्ट्रेट और फोर्स तैनात रहेगी। इनकी रिपोर्ट निगेटिव आएगी, उन्हें होम आइसोलेशन की हिदायत के साथ डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। प्रशासन उन्हें घर तक पहुंचाएगा और संबंधित जिले के सिविल सर्जन को उनकी निगरानी करनी होगी। वहीं पटना जिले के आशंकितों को एम्स, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच स्थित संक्रामक रोग में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।