पीएमसीएच ने बेचा प्लाज्मा, ब्लड बैंक के पास नहीं है रिकॉर्ड
पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में पिछले कई वर्षो से प्लाजम की बिक्री की जा रही है।
पटना । पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में पिछले कई वर्षो से निजी कंपनी को प्लाज्मा बेचा जा रहा है लेकिन अस्पताल के ब्लड बैंक के पास इस संबंध में कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। अब सवाल उठ रहा है कि बिना खाता-बही के ब्लड बैंक से निजी कंपनी को प्लाज्मा की बिक्री कैसे की जा रही है?
इस संबंध में जब ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. यूपी सिन्हा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई कर्मचारी नहीं है, जो प्लाज्मा की बिक्री का रिकॉर्ड रखे। ब्लड बैंक का काम लोगों को रक्त मुहैया कराना है और वह काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा की बिक्री नियमों के तहत ही की जाती है। लेकिन इसकी बिक्री कब से हो रही है, अबतक कितना प्लाज्मा बिका और इससे अस्पताल प्रशासन को कितनी राशि मिली, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है।
इस संबंध में जब पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ.राजीव रंजन प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पीएमसीएच का ब्लड बैंक सरकारी संस्थान है। इसका हिसाब-किताब रखना ब्लड बैंक से जुड़े अधिकारियों की जिम्मेदारी है। अगर ब्लड बैंक के पास प्लाज्मा बिक्री का कोई रिकॉर्ड नहीं है तो, इसकी जांच कराई जाएगी कि आखिर रिकार्ड कैसे गायब हो गए और इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं। दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो सकती है।
: संदेह के घेरे में ब्लड बैंक :
पीएमसीएच का ब्लड बैंक फिलहाल संदेह के घेरे में है। कुछ दिनों पहले भी विवाद उठा था कि पीएमसीएच ब्लड बैंक के कर्मचारी का स्थानांतरण कर दिया गया है। इसको लेकर ब्लड बैंक के प्रभारी ने आपत्ति दर्ज कराई थी। परंतु उसका कोई हल नहीं निकला और मामला पेचीदा हो गया।