PM Modi Virtual Rally: केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने कहा, आज बिहार से शुरू हुआ डिजिटल क्रांति, 45 हजार गांव तक पहुंचेगी इंटरनेट सेवा
PM Modi Virtual Rally केंद्रीय मंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम में डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर योजना द्वारा इंटरनेट सुविधा का शुभारंभ करते हुए आज सोमवार के दिन को ऐतिहासिक बताया । पूरे देश की छह लाख पंचायतों को इंटरनेट सेवा से जोड़ा जाएगा।
पटना, राज्य ब्यूरो। PM Modi Virtual Rally: केंद्रीय कानून एवं न्याय, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री (Union Minister for Law and Justice, Communication, Electronics and Information Technology) रविशंकर प्रसाद (Ravishankar Prasad) ने डिजिटल इंडिया (Digital India) कार्यक्रम के तहत हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर (Optical Fiber) योजना द्वारा इंटरनेट (Internet) सुविधा का शुभारंभ करते हुए आज सोमवार के दिन को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से घोषणा की थी कि देश की सभी छह लाख पंचायतों को फाइबर के माध्यम से इंटरनेट, ब्राॅड बैंड से जोड़ा जाएगा। आज उसी योजना का शुभारंभ बिहार से हो रहा है। योजना के तहत बिहार के सभी 45,945 हजार गांवों को फाइबर से जोड़कर इंटरनेट मुहैया कराया जाएगा। यह योजना संचार विभाग द्वारा संचालित होगी और कॉमन सर्विस सेंटर योजना को क्रियान्वित करेंगे। रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि आने वाले छह महीने के अंदर इस योजना को पूरा किया जाएगा।
डीबीटी से एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये बचाए गए
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा ऐसी योजना की बात की जिनका दूरगामी प्रभाव हो। उन्होंने भारत के समावेशी विकास का एक कार्यक्रम सोचा जिसके तहत डायरेक्टबेनीफिट ट्रांसफर, ई किसान, ई- हॉस्टिपल, ई- स्कॉलरशिप जैसी योजनाएं शुरू की गई। डीबीटी में अभी तक 12 लाख 50 हजार करोड़ रुपये देश में भेजे गए और एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये बचाए गए।
कोरोना काल में संचार विभाग का काम सराहनीय
पोस्टल विभाग के डाकिया ने कोरोना काल में 21 लाख घरों में 463 करोड़ रुपये पहुंचाए। उन्होंने कहा कि संचार विभाग ने कोरोना काल में काफी प्रभावी काम किया। कोरोना में वर्क फ्राॅम होम में संचार विभाग द्वारा किए गए कार्यों की सराहना आज देश भर में हो रही है। उन्होंने कहा संचार विभाग कई दूसरे कार्य भी कर रहा है। जिसके तहत सभी बचे हुए गांवों को फोर-जी से जोडऩे, छोटे गांवों में बीपीओ की शुरुआत जैसे कार्य हैं।