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मुख्तार अंसारी के निशाने पर बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह

मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की सोनपुर मेले में हत्‍या की साजिश रची गई थी। यह खुलासा पटना पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद एक अपराधी ने किया है।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Sat, 20 Jan 2018 03:47 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jan 2018 11:43 PM (IST)
मुख्तार अंसारी के निशाने पर बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह
मुख्तार अंसारी के निशाने पर बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह

पटना [जेएनएन]। पुलिस की विशेष टीम के हत्थे चढ़े मोकामा प्रखंड के मरांची निवासी कांट्रैक्ट किलर मोनू कुमार और नीलेश कुमार मोकामा विधायक अनंत सिंह की हत्या की साजिश रच रहे थे। मोनू ने खुलासा किया कि उसका दूसरा भाई सोनू यूपी के मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी के संरक्षण में है।

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मोनू ने पुलिस के सामने कबूला कि सोनपुर मेला के दौरान वह मुख्तार अंसारी के शूटरों के साथ अनंत सिंह की हत्या के फिराक में पहुंचा था, लेकिन मेले में विधायक के नहीं पहुंचने से प्लान फेल हो गया।

शुक्रवार की रात बाढ़ स्थित एक ईंट भट्ठे के पास मोनू और नीलेश मोकामा विधायक अनंत सिंह और उनके करीबी मुखिया प्रत्याशी की मणि सिंह हत्या की साजिश दोबारा रच रहे थे। उसी समय पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

पटना के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि मोनू और नीलेश को रिमांड पर लिया जाएगा। दोनों का कनेक्शन यूपी सहित अन्य राज्यों के बदमाशों से है। उन्होंने कहा कि पूछताछ में मोनू ने बताया कि उसका कनेक्शन यूपी के विधायक मुख्तार अंसारी से है। मामले की पड़ताल की जा रही है।

पुलिस सूत्रों की मानें तो मोनू और नीलेश ने विधायक की हत्या के लिए 50 लाख रुपये की सुपारी ली है। दोनों के साथ मनोज सिंह और मुख्तार के करीबी भोला सिंह और मुकेश सिंह भी थे। नीलेश कुख्यात गुड्डू शर्मा का शागिर्द रह चुका है।

मोनू कुमार अपने भाई सोनू के साथ सोनू-मोनू गैंग संचालित करता है। लूट, रंगदारी, मर्डर इनका पेशा है। गिरोह के तार दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड व पश्चिम बंगाल में भी फैले हैं। दोनों के खिलाफ एक दर्जन से अधिक लूट, रंगदारी सहित संगीन मामले दर्ज हैं। इनके पास से हथियार भी बरामद हुआ है।

मुख्तार के इशारे पर देते घटना को अंजाम
पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि घटना को अंजाम देने के बाद झारखंड, दिल्ली, यूपी सहित अन्य राज्यों के बदमाशों के ठिकानों में शरण लेते हैं। मोनू ने बताया कि उसका संपर्क यूपी के विधायक मुख्तार अंसारी से है। मुख्तार अंसारी के इशारे पर उसके भाई सोनू कुमार ने कई वारदातों को अंजाम दिया है। अभी भी वह उन्हीं के सरंक्षण में है।

मनोज सिंह के पास है मोनू की एके-47
कुछ माह पूर्व बाढ़ कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान गुड्डू की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। वारदात को सोनू-मोनू गैंग ने अंजाम दिया था। एसएसपी मनु महाराज ने सोनू-मोनू को दबोचने के लिए स्पेशल टीम गठित की थी। मोनू ने पूछताछ में बताया कि मुखिया प्रत्याशी मणि सिंह की हत्या इसलिए करना चाहता था, क्योंकि उन्होंने मुखिया निर्वाचित हुई उसकी बहन के निर्वाचन को रद करने के लिए पटना उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी। न्यायालय ने उसकी बहन का निर्वाचन रद कर दिया था।

इसी के प्रतिशोध में मोनू और नीलेश मणि सिंह और उन्हें संरक्षण देने वाले प्रतिनिधि की हत्या की योजना बना रहे थे। मोनू और सोनू ने गुड्डू को ठिकाने लगाने का काम नौबतपुर के कुख्यात मनोज सिंह को दिया था। मोनू के पास एके-47 था। पुलिस ने जब एके-47 के बारे में पूछताछ तो पता चला कि मोनू ने उसे मनोज सिंह को दिया। मोनू को कुछ साल मुंगेर के तस्कर ने छह लाख रुपये में एके-47 बेचा था।

ऑटो पार्टस की दुकान में की थी डकैती
गिरोह ने गत 15 जनवरी की रात करीब आठ बजे गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के बेउर मोड़ के आगे विपुल ऑटो पार्टस की दुकान में डकैती की घटना को अंजाम दिया था। इनकी निशानदेही पर लूट का लैपटॉप, मोटरसाइकिल और दुकान की चाबी बरामद हुई।


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