पटना के डाक्टर सहित चार साथियों के साथ योजना बनाता था पीके, उत्तर प्रदेश से बिहार आई पुलिस
पटना के रहने वाले एक डाक्टर सहित चार लोगों का नाम सामने आ रहे हैं जो पीके के करीबी हैं। डाक्टर और तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर वह फर्जीवाड़ा की योजना बनाता था। इसमें तीन पटना के रहने वाले हैं।
जागरण संवाददाता, पटना: साल्वर गैंग के सरगना पीके उर्फ निलेश सहित उसके रिश्तेदार को लेकर वाराणसी पुलिस दो दिनों से पटना में छापेमारी कर रही है। पटना के रहने वाले एक डाक्टर सहित चार लोगों का नाम सामने आ रहे हैं, जो पीके के करीबी हैं। डाक्टर और तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर वह फर्जीवाड़ा की योजना बनाता था। इसमें तीन पटना के रहने वाले हैं, जबकि डाक्टर का कनेक्शन पटना और दरभंगा से है। वाराणसी पुलिस पीके की निशानदेही पर दो दिनों में एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर दबिश दे चुकी है।
सूत्रों की मानें तो पुलिस जल्द ही दरभंगा में भी डाक्टर के संभावित ठिकानों पर दबिश दे सकती है। बताया जा रहा है कि एक बड़े अस्पताल से पास आउट डा. गणेश और पटना के रहने वाले चंदन, पीयूष और संजीव का नाम सामने आया है, जो पिछले कई दिनों से पीके के संपर्क में थे। इसमें एक त्रिपुरा में छिपा है। वाराणसी की एक टीम त्रिपुरा में भी दबिश दे रही है। चारों में दो दवा दुकान, एक ज्वेलरी का कारोबार करता है।
- - चारों की पहचान करने के बाद पटना सहित चार अन्य ठिकानों पर दबिश दे रही है वाराणसी पुलिस
- - डा. गणेश के साथ मिलकर पहले भी कर चुका है नीट में फर्जीवाड़ा, दरभंगा में भी होगी छापेमारी
सूत्रों की मानें दवा और ज्वेलरी दुकान पर पीके का आना-जाना लगा रहा था। गणेश के जरिए पीके अभ्यर्थियों को पास कराने से लेकर सेटिंग कराने का काम करता था। साल्वर गैंग का सरगना अभ्यर्थियों से रुपये लेने के बाद उसे बैंक में जमा करने की बजाए सोना या महंगी गाड़ी, जमीन और फ्लैट में खर्च करता था। एक तरह से दुकान की आड़ में सेटिंग का पूरा खेल होता था। वाराणसी पुलिस तीनों दुकानों पर भी दबिश दे चुकी है। पीके और उसके एक अन्य रिश्तेदार को लेकर पुलिस दबिश दे रही और उनके गोपनीय स्थान पर रखकर पूछताछ भी की जा रही है।