हवलदार के अबतक पता नहीं, अब भाई के घर मिली पिस्टल की जांच करेगी एसएफएल
जक्कनपुर में सरकारी पिस्टल से गोली मारकर मासूम बेटी की हत्या और पत्नी को घायल करने वाले हवलदार का कोई सुराग नहीं मिला है।
By Edited By: Published: Thu, 28 Mar 2019 09:58 PM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2019 09:02 AM (IST)
पटना, जेएनएन। जक्कनपुर में सरकारी पिस्टल से गोली मारकर मासूम बेटी की हत्या और पत्नी को घायल करने का आरोपित हत्यारे हवलदार विजय नट का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस केवल हाथ पे हाथ धरी बैठी है। अब उसके भाई गोधन नट के घर से मिली विजय की पिस्टल और 34 गोलियों को बैलिस्टिक जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा।
शराब के नशे में बेटी मारी थी गोली
थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद ने बताया कि विजय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने की कार्रवाई चल रही है। वैसे उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। बताते चलें कि जक्कनपुर के सीआइडी क्लब गली में रहने वाले स्पेशल ब्रांच के हवलदार विजय नट ने शराब के नशे में डेढ़ साल की बेटी निशा की कनपटी में गोली मार दी थी, जो छिटककर उसकी पत्नी पूजा के हाथ में भी लग गई। विजय बेटी को गोद में उठाकर ऑटो से पीएमसीएच चला गया, जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। तब विजय शव छोड़कर फरार हो गया था।
पूजा ने बताया कि विजय कई दिनों से छुट्टी लेकर घर में ही रह रहा था। वह शराब का आदी था। सोमवार की सुबह वह ड्यूटी पर गया और सरकारी पिस्टल लेकर घर लौटा। फिर, दो घंटे के लिए चिरैयाटांड स्थित भाई के घर चला गया। वहां से शराब पीकर लौटा और बड़ी बेटी मुस्कान की कनपटी पर पिस्तौल तान दी। मुस्कान वहां से भाग गई, तब विजय ने निशा के सिर में पिस्टल सटा दी और गोली मार दें कहते हुए ट्रिगर दबा डाला। विजय अरवल जिले के कुर्था थाना क्षेत्र के मथुरापुर का मूल निवासी है। उसका भाई गोधन नट भी हवलदार है।
शराब के नशे में बेटी मारी थी गोली
थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद ने बताया कि विजय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने की कार्रवाई चल रही है। वैसे उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। बताते चलें कि जक्कनपुर के सीआइडी क्लब गली में रहने वाले स्पेशल ब्रांच के हवलदार विजय नट ने शराब के नशे में डेढ़ साल की बेटी निशा की कनपटी में गोली मार दी थी, जो छिटककर उसकी पत्नी पूजा के हाथ में भी लग गई। विजय बेटी को गोद में उठाकर ऑटो से पीएमसीएच चला गया, जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। तब विजय शव छोड़कर फरार हो गया था।
पूजा ने बताया कि विजय कई दिनों से छुट्टी लेकर घर में ही रह रहा था। वह शराब का आदी था। सोमवार की सुबह वह ड्यूटी पर गया और सरकारी पिस्टल लेकर घर लौटा। फिर, दो घंटे के लिए चिरैयाटांड स्थित भाई के घर चला गया। वहां से शराब पीकर लौटा और बड़ी बेटी मुस्कान की कनपटी पर पिस्तौल तान दी। मुस्कान वहां से भाग गई, तब विजय ने निशा के सिर में पिस्टल सटा दी और गोली मार दें कहते हुए ट्रिगर दबा डाला। विजय अरवल जिले के कुर्था थाना क्षेत्र के मथुरापुर का मूल निवासी है। उसका भाई गोधन नट भी हवलदार है।
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