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Coronavirus Bihar: कोरोना के खौफ और अपनों की चिंता से टेंशन में लोग, बढ़ रहे बीपी-शुगर के मरीज

एक ओर कोरोना का खौफ तो दूसरी ओर विदेश में अपनों के फंसे होने की चिंता। बिहार में लोगों की टेंशन बढ़ गई है। मौसम नहीं रहने के बाद भी वे हाइपर टेंशन की चपेट में आ रहे हैं।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Fri, 10 Apr 2020 06:17 PM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 06:17 PM (IST)
Coronavirus Bihar: कोरोना के खौफ और अपनों की चिंता से टेंशन में लोग, बढ़ रहे बीपी-शुगर के मरीज
Coronavirus Bihar: कोरोना के खौफ और अपनों की चिंता से टेंशन में लोग, बढ़ रहे बीपी-शुगर के मरीज

पटना, पवन मिश्र। एक ओर कोरोना का खौफ तो दूसरी ओर विदेश में अपनों के फंसे होने की चिंता। दुबई एयरपोर्ट का सेंट्रलाइज एसी संक्रमित, वहां से आने वाले सभी को हो रहा कोरोना जैसी सोशल मीडिया में चल रहीं खूब खबरें। ऊपर से शुगर-मधुमेह, किडनी आदि की दवाओं का टोटा। कोरोना से उपजे ये दर्द 60 वर्ष से अधिक उम्र के मधुमेह, हाइपरटेंशन या दोनों से पीडि़त लोगों में ब्रेन हेमरेज का कारण बन रहे हैं। आइजीआइएमएस में गत चार दिनों में 12 ब्रेन हेमरेज के केस आए। इसमें से एक की मौत हो गई।

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इस मौसम में सामान्यत: बहुत कम होता है ब्रेन हेमरेज

पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में गत चार दिन में ब्रेन हेमरेज के आए 12 मामलों और एक की मौत के बाद डॉक्टर चौंक गए। सामान्यत: इस मौसम में ब्रेन हैमरेज के इतने केस नहीं होने के कारण चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने मेडिसीन विभागाध्यक्ष से सभी की केस हिस्ट्री लेने को कहा। 

तीन माह में दोबारा अटैक ने ली जान : डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि गया निवासी जिस बुजुर्ग की गुरुवार सुबह ब्रेन हेमरेज से मौत हुई है, तीन माह में उन्हें दूसरा अटैक हुआ था। अपनों के कोरोना संक्रमित होने के डर और नियमित रूप से ली जाने वाली दवाएं छूट जाने से हालत गंभीर थी। 

हिस्ट्री में ये रहीं सामान्य बातें

  • सभी पटना जिले के बाहर के हैं और उम्र 50 से अधिक है।  
  • उपलब्धता नहीं होने से सभी की छूट गई थीं दवाएं।
  • बीपी-शुगर में एक या दोनों से थे पीडि़त। 
  • सभी का कोई न कोई रिश्तेदार खाड़ी देशों में फंसा है।
  • दुबई से आने वाले अधिकांश लोगों के संक्रमित होने की सूचना। 
  • खुद और अपनों के कोरोना संक्रमित होने की आशंका से परेशान।

ऐसे छू-मंतर होंगे तनाव के कारण

  • सोशल मीडिया की खबरों पर ध्यान न दें, अखबार या विश्वसनीय न्यूज चैनल दिन में एक या दो बार ही देखें।
  • अचानक दिनचर्या बदलने का 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोग तनाव न लें।
  • बीपी-शुगर या नियमित रूप से लेने वाली दवाएं समय पर लें। 
  • घर पर ही योगासन, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार आदि करें। 
  • तला-भुना खाने की बजाय सादा, पौष्टिक और ताजा आहार लें।
  • नमकीन, पापड़, पकौड़ी आदि की बजाय अखरोट, बादाम, खट्टे मौसमी फल और फाइबर वाली सब्जियों का सेवन करें। 
  • पानी का खूब सेवन करते रहें, कब्ज नहीं होने दें। 

खास बातें

  • आइजीआइएमएस में चार दिन में आए ब्रेन हेमरेज के 12 मामले, एक की मौत 
  • सभी की हिस्ट्री बनाने पर सामने आया कोरोना के खौफ का दुष्प्रभाव
  • बीपी, शुगर या दोनों से पीडि़त मरीजों पर भारी पड़ रहा डर 

डरें नहीं 90 फीसद कोरोना संक्रमित हो जाते हैं ठीक 

पीएमसीएच में कोरोना के  नोडल प्रभारी डॉ. पूर्णानंद झा ने बताया कि  शुगर, हाइपरटेंशन, कैंसर, हृदय समेत अन्य गंभीर रोगों से पीडि़त लोगों को कोरोना से डरना नहीं चाहिए। इससे संक्रमित 90 प्रतिशत लोग आसानी से ठीक हो जाते हैं। 


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