नालंदा के पिलखी निवासी आज भी नहीं भूले हैं डा. कलाम को, उनकी आत्मीयता देखकर हो गए थे मुग्ध
डॉ ए पी जे कलाम की जयंती पर विशेष नालंदा जिले के पिलखी के बाशिंदों की याद में आज भी जिंदा हैं कलाम साहब। नालंदा विवि के शिलान्यास के लिए डा. कलाम सीएम नीतीश कुमार के साथ पहुंचे थे।
बिहारशरीफ, जागरण संवाददाता। Dr APJ Abdul Kalam Birth Anniversary: मिसाइल मैन के तौर पर मशहूर दुनिया के महान साइंटिस्ट और देश के पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम का बिहार से गहरा लगाव रहा। 15 अक्टूबर को जब पूरा देश जब उनकी जयंती मना रहा था तो नालंदा के लोग भी उनसे जुड़ी स्मृतियों को याद करने में जुटे थे। नालंदा में अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के शिलान्यास के मौके पर आठ फरवरी 2008 को राजगीर प्रखंड के पिलखी गांव आए थे। यहां उनका जोरदार स्वागत हुआ था। कार्यक्रम में बतौर मेजबान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनको नालंदा के अतीत के कई अनछुए पहलुओं से भी रूबरू कराया था। दरअसल, डा. कलाम का बिहार के मुख्यमंत्री से भी बेहद नजदीकी रिश्ता रहा है। इसकी झलक कई मौकों पर देखने को मिली है।
शिलान्यास के लिए आए थे डा. कलाम और नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ डा. कलाम नालंदा पहुंचे थे। यहां विश्वविद्यालय के लिए अधिगृहित की गई सैकड़ों एकड़ जमीन और आसपास की प्राकृतिक छटा को राष्ट्रपति ने उत्साह से निहारा था। मुख्यमंत्री ने उन्हें अधिगृहीत की गयी जमीन की चौहद्दी बताई थी। इस दौरान आसपास के ग्रामीण भी डा. कलाम की एक झलक देखने के लिए वहां पलकें बिछाए रहे।
कलाम साहब ने ग्रामीणों को बताई थी विवि की अहमियत
कलाम साहब ने स्थानीय ग्रामीणों से भी मुलाकात की थी और नालंदा विवि के महत्व को समझाया था। उन्होंने कहा कि भविष्य में आपके बच्चे भी यहां उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। देश-दुनिया के छात्र यहां पढ़ने आएंगे। प्राचीन नालंदा विवि का गौरव वापस लौटेगा। आज भी पिलखी वासियों को उनकी आत्मीयता याद है।