coronavirus alert: बिहार में कौए कहीं चमगादड़ की मौत, कहीं थोक भाव में मर रहा सूअर; मंत्री ने कही यह बात
बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण से सहमे हैं लोग। ऐसे में पशु-पक्षियों की हो रही मौत लोगों को और अधिक डरा रही है। बिहार में कहीं कौए तो कहीं चमगादड़ की मौत हाे रही है।
By Rajesh ThakurEdited By: Published: Fri, 20 Mar 2020 10:22 PM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2020 10:22 PM (IST)
पटना, जेएनएन। बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण से सहमे हैं लोग। ऐसे में पशु-पक्षियों की हो रही मौत लोगों को और अधिक डरा रही है। बिहार में कहीं कौए तो कहीं चमगादड़ की मौत हाे रही है। अौर तो और, थोक भाव में बिहार में सूअर भी मर रहे हैं। पिछले तीन दिनों में पटना में 11 कौओं की मौत हो गई है, जबकि एक सप्ताह में लगभग 400 सूअर मर गए हैं। सूअर के मरने की घटना भागलपुर व सासाराम में हुई है। चमगादड़ के भी मरने की खबर है। पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने आम लोगों को आश्वस्त भी किया है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि पशु-पक्षी के मरने की सूचना मिले तो कंट्रोल रूम को फोन करें।
बर्ड फ्लू एवं कोरोना वायरस को लेकर दहशत
जानकारी के अनुसार, पटना हाईकोर्ट के इर्द गिर्द कौओं का मरना जारी है। शुक्रवार को भी हाईकोर्ट से बाहर पुलिस बैरक में तीन कौओं की मौत हो गई है। बैरक में रहने पुलिस कर्मियों ने बताया कि यहां गुरुवार को भी तीन कौवे मरे थे। उधर, महाधिवक्ता ललित किशोर ने बताया कि उनके सरकारी बंगले में कुछ चमगादड़ मरे हुए पाए गए हैं। इनके मरने के कारण का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने ने चमगादड़ के मरने को लेकर कहा कि पक्षियों में बर्ड फ्लू के फैलने की आशंका है। हाईकोर्ट प्रशासन से मिली जानकारी में कहा गया कि पहले मरे कौओं को जांच के लिए कोलकाता भेजा गया था। जांच में बर्ड फ्लू पॉजीटिव पाया गया है। उसका उपाय किया जा रहा है। बर्ड फ्लू एवं कोरोना वायरस को लेकर हाईकोर्ट में दहशत है।
मंत्री बोले: तापमान बढऩे से कुछ और कौए मर सकते हैं
बर्ड फ्लू के मामले में सरकार ने स्वीकार किया है कि पटना में पिछले तीन दिनों में 11 कौओं की मौत हुई है। सबके सैंपल को जांच के लिए भोपाल भेजा गया है। रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने आम लोगों को आश्वस्त भी किया है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। तापमान बढऩे तक कुछ और कौए मर सकते हैं। इसके पहले छह मार्च को कंकड़बाग से लिए गए सैंपल में बर्ड फ्लू से एक कौए की मौत की पुष्टि हो चुकी है। क्षेत्र को सैनिटाइज कर दिया गया है।
कहा- घबराने की जरूरत नहीं
मंत्री ने बताया कि 17 से 19 मार्च के दौरान पटना के पुनाईचक, बोरिंग रोड, मिलर हाईस्कूल, हाईकोर्ट, राजद कार्यालय परिसर, सैदपुर हॉस्टल, बाजार समिति रोड एवं राजेंद्र नगर से एकत्र किए गए सैंपल को जांच के लिए कोलकाता एवं भोपाल स्थित राष्ट्रीय पशु रोग संस्थान भेजा गया है। अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। अप्रैल 2019 से फरवरी 2020 तक विभिन्न क्षेत्रों से लिए गए कुल पांच हजार 265 सैंपल में सभी निगेटिव निकले। उन्होंने स्वीकार किया कि पक्षियों में संक्रमण के मामले आ रहे हैं, किंतु कौए आदमी के सीधे संपर्क में नहीं आते हैं, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।
मृत पक्षी दिखे तो फोन करें
मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने आम लोगों से मृत पक्षियों का स्पर्श न करने का आग्रह किया। कहा कि सूचना तुरंत पशुपालन विभाग के कंट्रोल रूप की दूरभाष संख्या 0612-2230942 पर दें, ताकि आगे की प्रक्रिया की जा सके। जिला स्तर पर विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है, जो सूचना मिलते ही मृत पक्षियों के निस्तारण, सैंपल लेने एवं सैनिटाइज करने की व्यवस्था करती है। पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, जीव विशेषज्ञों एवं डॉक्टरों की टीम भी अध्ययन में जुटी है।
भागलपुर में स्वाइन फीवर की पुष्टि
मंत्री ने भागलपुर जिले में स्वाइन फीवर से सूअरों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जांच में पाया गया है कि उनमें स्वाइन फीवर जैसी बीमारी थी। सैंपल जांच के लिए कोलकाता भेजे गए हैं। रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। मंत्री ने कहा कि यह बीमारी सिर्फ सूअरों में होती है, मनुष्यों में नहीं। सूअर पालकों को सलाह दी जाती है कि बीमारी के लक्षण पाए जाने पर तुरंत पशु चिकित्सालय से संपर्क करें। बता दें कि पिछले एक सप्ताह में जहां भागलुपर में 330 से अधिक सूअरों की मौत हो गई है, वहीं सासाराम में भी 60 से अधिक सूअरों की मौत हो गई।
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