अजब-गजब: लाखों रुपये कमाता था पति, पत्नी को बना लिया बेटी, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
बिहार के जमुई जिले में राशन कार्ड को लेकर घोटाले की खबर है। एक सर्जन जो हर महीने लाखों रुपये कमाता था उसके राशन कार्ड पर पत्नी को बेटी बताया गया है।
पटना, जेएनएन। हर महीने लाखों की आमदनी पाने वाले, पेशे से एक सर्जन को राशन कार्ड मुहैया कराया गया जिसमें बताया गया कि वो गरीबी रेखा से नीचे हैं। इतना ही नहीं, राशन कार्ड में सर्जन को पत्नी विहीन बताया गया है और पत्नी को बेटी बताया दिया गया है। इतना ही नहीं उनके दो पुत्रों में से एक की आमदनी प्रतिमाह 23000 है जबकि दूसरे पुत्र की आमदनी को शून्य बताया गया है।
इसका खुलासा होने के बाद पता चलता है कि बिहार में राशन कार्ड बनवाने में कैसी धांधली हो रही है? क्योंकि शल्य चिकित्सक डॉक्टर अजय कुमार शल्य चिकित्सक हैं और उनका झाझा बाजार में तीन मंजिला मकान है।उनकी आमदनी प्रतिमाह दो लाख है, बावजूद इसके उन्हें राशन कार्ड मुहैया कराया गया है। नगर पंचायत के मिशन प्रबंधक मनोज केसरी व नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी ने राशन कार्ड निर्गत किया है। राशन कार्ड में डॉ अजय कुमार को पत्नी विहीन बताया गया है, जबकि उनकी पत्नी डॉ नैना कुमारी जीवित हैं, जिन्हें उनकी बेटी बताया गया है।
ग्रामीणों ने लगाया आरोप
जारी प्रपत्र क के फॉर्म में डॉ अजय कुमार तथाकथित उनकी पुत्री नैना कुमारी, पुत्र उत्कर्ष कुमार व अमोल कुमार को दर्शाया गया है। सबों की जन्मतिथि के साथ मोबाइल नंबर के अलावा आधार कार्ड भी दिखाई गई है। कई ग्रामीणों ने बताया कि एक तरफ सरकार गरीब के राशन कार्ड बनाने में पसीना बहा रही है तो दूसरी तरफ ऊंची रसूख रखने वाले अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आसानी से राशन कार्ड बनवा रहे हैं।
कई ग्रामीणों ने बताया कि हम कार्यालय का चक्कर काटते-काटते थक गए, लेकिन हमलोगों को राशन कार्ड आज तक मुहैया नहीं हो पाया है। इस कारण न तो हमलोगों को राशन मिल रहा है और न ही सरकार के द्वारा कुछ सुविधा मिल पा रही है।
नगर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा-
इस बाबत पूछे जाने पर नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी रामाशीष शरण तिवारी ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल होने के कारण मैं छुट्टी पर था और हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है। मेरी अनुपस्थिति में कार्यपालक पदाधिकारी जमुई डॉ जनार्दन वर्मा प्रभार में थे। इसकी जांच-पड़ताल की जायेगी।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा-
इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, जिसमें गलत तरीके से राशन कार्ड बना है। उनके राशन कार्ड को रद्द करने को लेकर अनुशंसा की गयी है।